अयोध्या के रामघाट स्थित आचार्य पीठ तपस्वी छावनी में आयोजित राष्ट्रवाद महा महोत्सव में योगी आदित्यनाथ को फिर से मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प लिया गया। शनिवार को सभी संतों ने एक स्वर से योगी के नाम पर मुहर लगाई। सभी संत इस बात पर भी एकमत थे कि राष्ट्रहित के लिए मोदी और योगी का रहना बहुत जरूरी है। महा महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में बड़ाभक्तमाल महंत कौशलकिशोर दास महाराज मौजूद रहे। महा महोत्सव की अध्यक्षता करते हुए तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी परमहंस आचार्य ने कहा कि हम सब सौभाग्यशाली हैं जो अयोध्या में निवास कर रहे हैं। अयोध्या धामों का अधिपति है। पहले देश का नाम आर्यावर्त था। उसके बाद दुष्यंत पुत्र भरत के नाम पर देश का नाम भारत पड़ा। देश के लिए हम सबको एकजुट होना पड़ेगा। अगर राष्ट्र नहीं रहेगा तो हम कहां रहेंगे। इसलिए राष्ट्रवाद हम सबके लिए बहुत जरूरी है। जनता ने सही ढंग से समर्थन दिया तो 2024 तक भारत अवश्य हिंदू राष्ट्र बन जाएगा। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ का रहना बहुत जरूरी है। सब लोग योगी को फिर से मुख्यमंत्री बनाएं। उनका समर्थन करें। पूर्ण बहुमत की प्रदेश में भाजपा सरकार बनाएं। क्योंकि राष्ट्रहित में मोदी-योगी बहुत जरूरी हैं।
स्वामी परमहंस आचार्य ने दावा किया कि घर वापसी के लिए 5 लाख ईसाई एवं 20 लाख मुसलमान तैयार हैं। जो हमारे सम्पर्क में हैं और घर वापसी करने को पूरी तरह से तैयार हैं। सांसद एवं एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि मोदी भी रहेंगे और योगी भी रहेंगे, लेकिन ओवैसी नहीं रहेगा।
अंतरराष्ट्रीय कथाव्यास देवमुरारी बापू ने कहा कि राष्ट्रवाद के लिए भेदभाव मिटाकर हम सबको एक होना पड़ेगा। तभी राष्ट्र की और हमारी रक्षा हो सकती है। तभी धर्म की रक्षा होगी। राष्ट्रवाद हम सबके लिए बहुत जरूरी है। सीएम योगी अगेन 2022 की मुहिम चलाने वाले स्वामी ओमप्रकाश ने कहा कि रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है। काशी विश्वनाथ का कायाकल्प हो चुका है। अब मथुरा की तैयारी है। जगद्गुरु की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी को दुष्यंत पुत्र सम्राट भरत का फोटो उपहार स्वरूप भेजा गया। महा महोत्सव में नवनिर्माण हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिंकल हिंदू, सीएम अगेन के डॉ. गोविंद, नवनिर्माण हिंदू सेना के राष्ट्रीय संगठन मंत्री मुकुल भार्गव समेत कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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