इस वर्ष, उत्तर प्रदेश की एटीएस ने 123 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया. इनमें म्यांमार और बांग्लादेश से तस्करी कर लाए गए लोग भी शामिल हैं. अब तक 16 रोहिंग्या और 19 बांग्लादेशी गिरफ्तार किए गए हैं. ये लोग मानव तस्करी के कारोबार में संलिप्त पाए गए थे. गलत तरीके से भारत में प्रवेश करने वाले 55 लोगों को उनके देश वापस भेजा जा चुका है. एटीएस ने इस वर्ष कन्वर्जन का खुलासा किया जिसमे 100 करोड़ रूपये से अधिक की फंडिंग की गई थी.
आईजी एटीएस जी के गोस्वामी ने बताया कि एटीएस ने एक गिरोह के 55 लोगों को उनके देश वापस भेजा है. इस गिरोह द्वारा लाये गए 750 लोग अभी भी यूपी में हिन्दू नाम और फर्जी वोटर आईडी कार्ड के साथ रह रहे हैं. इनके खातों से डेढ़ करोड़ रुपयों के लेनदेन का मामला सामने आया है. इस गिरोह का सम्बन्ध पाकिस्तान से भी होने की संभावना है. इसकी विवेचना की जा रही है.
पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल ने बताया कि इस वर्ष , एटीएस से 12 मुकदमे दर्ज कर कार्रवाई की. इसमें 123 अभियुक्त गिरफ्तार कर जेल भेजे गए. इनमे से किसी भी अभियुक्त को अभी तक जमानत नहीं मिली है. एटीएस ने इस साल में कन्वर्जन , चीनी गैंग द्वारा फ्री एक्टिवेट सिम कार्ड के जरिए किए जा रहे आर्थिक घोटाले, लखनऊ में अलकायदा मॉडल के आतंकी की गिरफ्तारी, अवैध शस्त्र फैक्ट्री, मादक पदार्थ की सप्लाई और नकली नोट के धंधे में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है.एटीएस ने काकोरी और प्रयागराज से आतंकियों की गिरफ्तारी की और कुकर बम सहित तमाम अन्य विस्फोटक बरामद किये. इन कार्रवाइयों से बड़ी घटनाओं पर नियंत्रण किया गया.
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