कन्नौज में इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन उर्फ पम्पी उसके करीबी मलिक मिया और कानपुर के महावीर जैन के यहां डीजीसीआई और आयकर विभाग की कार्रवाई जारी है। सूत्रों की माने तो टीमों ने एक साथ कन्नौज, कानपुर, हाथरस, दिल्ली, मुम्बई और लखनऊ सहित 35 ठिकानों पर जांच चल रही है। कर चोरी की आशंका पर यह कार्रवाई की जा रही है।
इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां छापेमारी के बाद अब आयकर विभाग और डीजीसीआई टीमों ने उनके करीबी माने जाने वाले इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन, करीब मलिक मियां के आवास और कार्यालयों में कार्रवाई जारी है। इसके अलावा लखनऊ के हजतरगंज स्थित मोहसिन कोठी में रहने वाले भाई मोहसिन के आवास और ठिकाने पर भी छापेमारी की जा रही है। सूत्रों की माने तो, पुष्पराज जैन समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी और हाल में उन्होंने समाजवादी इत्र लांच किया था।
आखिरकार कौन है ये पुष्पराज जैन
पीयूष जैन के करीब माने जाने वाले इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन को वर्ष 2016 में इटावा-फर्रुखाबाद से एमएलसी के रूप में चुने गए थे। वह प्रगति अरोमा ऑयल डिस्टिलर्स प्राइवेट लिमिटेड के सह-मालिक हैं। पुष्पराज के पिता सवैललाल जैन ने इस कारोबार की शुरुआत सन 1950 में शुरू की थी। पुष्पराज और उनके तीन भाई और है जो सयुंक्त परिवार में रहते है। पुष्पराज का मुंबई में एक आवास और कार्यालय भी बना हुआ है, जहां का काम वे दोनों भाई देखरेख करते है। इस कार्यालय से मुख्य रूप से मध्य पूर्व में लगभग 12 देशों को निर्यात होता है जबकि तीसरा भाई पुष्पराज के साथ कारोबार में हाथ बंटाता है।
37.15 करोड़ रुपये की चल सम्पत्ति
पुष्पराज जैन ने 2016 में विधान परिषद के लिए नॉमिनेशन दाखिल करते हुए अपने चुनावी हलफनामे में जो जानकारी दिया था उसके अनुसार उनके परिवार के पास 37.15 करोड़ रुपये की चल सम्पत्ति और 10.10 करोड़ रुपये की अचल सम्पत्ति है। कक्षा बारहवीं तक की पढ़ाई करने वाले पुष्पराज के खिलाफ कोई अपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।
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