विधानसभा चुनाव को लेकर उत्तर प्रदेश का दौरा करने के बाद गुरुवार को चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर आयोग ने बताया कि सभी राजनीतिक दलों की मांग है कि चुनाव समय पर कराए जाएं। टीम ने शासन, प्रशासन और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान कोविड प्रोटोकॉल की जानकारी दी गई है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव
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लखनऊ में मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि राज्य में अब तक मतदाताओं की कुल संख्या 15 करोड़ से अधिक है। अंतिम प्रकाशन के बाद मतदाता के वास्तविक आंकड़े आएंगे। अंतिम प्रकाशन के बाद भी अगर किसी का नाम न आए तो वो क्लेम कर सकते हैं। SSR 2022 के अनुसार अबतक 52.8 लाख नए मतदाताओं को सम्मलित किया गया है। इसमें 23.92 लाख पुरुष और 28.86 लाख महिला मतदाता हैं। 18-19 आयु वर्ग के 19.89 लाख मतदाता हैं।
5 जनवरी के बाद होगा चुनाव तारीखों का एलान
चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि हमने पुलिस-प्रशासन और राजनीतिक दलों के साथ बातचीत की है। कई राजनीतिक दलों ने रैलियों पर चिंता जाहिर की तो कई ने कहा है कि इनकी संख्या सीमित की जाए। उन्होंने यह भी बताया कि चुनाव की तारीखों का एलान 5 जनवरी के बाद होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि 80 वर्ष से अधिक आयु वाले मतदाता, कोरोना संक्रमित मतदाता और दिव्यांग मतदाताओं को घर पर ही वोट डालने की सुविधा प्रदान की जाएगी। 2017 के मतदान का प्रतिशत 61% था, जो लोकसभा चुनाव के समय में घटकर 59% हो गया था। वोटिंग % घटना चिंता का विषय है। इस बार पोलिंग बूथों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
बढ़ाया जाएगा वोटिंग का समय
चुनाव आयोग ने बताया कि वोटिंग का समय एक घंटे के लिए बढ़ाया जाएगा। सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक वोटिंग होगी। इसके साथ ही हर बूथ पर कोरोना वायरस से बचाव का इंतजाम किया जाएगा। तीन साल से तैनात कर्मचारियों के तबादले किए जाएंगे। चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि लोग सी-विजिल ऐप का इस्तेमाल करें। अगर चुनाव में गड़बड़ी हो रही है तो इसके जरिए शिकायत करें। हम उस पर एक्शन लेंगे।
इन सुधारों का किया गया एलान
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