लंबे समय की प्रतीक्षा के बाद अब झांसी रेलवे स्टेशन को आप वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन बोल सकेंगे। इसके लिए बुधवार को प्रावधान के अनुसार आदेश जारी हो गया है। शासन द्वारा जारी पत्र के बाद लोग खुशी जाहिर कर सकेंगे। ऐसा मानना है कि इस नाम का स्मरण करते ही लोगों को स्वतंत्रता संग्राम 1857 की चिंगारी की याद दिलाएगा।
गौरतलब है कि, लंबे समय से इस बात के लिए लगातार मांग उठ रही थी कि झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मी बाई रेलवे स्टेशन किया जाए। इसके लिए सबसे पहले 2019 में चर्चित राज्यसभा सांसद व स्तंभकार रहे प्रभात झा ने मांग उठाई। इसके बाद झांसी ललितपुर सांसद अनुराग शर्मा ने संसद में इस बात को उठाया और उसके बाद कई सांसदों ने उनका समर्थन करते हुए पत्र लिखे।
यही नहीं बौद्ध शोध संस्थान के उपाध्यक्ष हरगोविंद कुशवाहा ने भी पत्र लिखकर झांसी स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के नाम पर रखने का समर्थन किया था। बीते रोज शासन की ओर से लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव नितिन रमेश गौकर्ण ने जारी किए पत्र में झांसी रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर वीरांगना लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन कर दिया गया है। अब यह नाम स्वयं में वीरांगना महारानी के शौर्य को लोगों तक पहुंचाने में असरकारक होगा। जैसे ही लोग रेलवे स्टेशन का नाम वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई के नाम पर देखेंगे उन्हें तुरंत वह मंजर याद आ जाएगा कि अट्ठारह सौ सत्तावन की स्वतंत्रता की क्रांति की ज्वाला यही से धधकी होगी।
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