देश में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के खतरे के बीच केंद्र सरकार के दो और कोरोना रोधी वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। इसके अलावा कोविड की एंटी-वायरल दवा मोलनुपिरवीर को भी आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी है। इसकी जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने ट्वीट करके दी है।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने लिखा कि बधाई हो भारत, COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में और मजबूती मिली है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने दो वैक्सीन CORBEVAX वैक्सीन और COVOVAX वैक्सीन को मंजूरी दी है। वहीं कोरोना की एंटी-वायरल दवा मोलनुपिरवीर को भी आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी है। जिन दो वैक्सीन को मंजूरी दी गई है। उनमें पहली वैक्सीन कोर्बीवैक्स है, जिसे हैदराबाद की फार्मा कंपनी फर्म बायोलॉजिकल-ई ने बनाया है। कोरोना के खिलाफ ये तीसरी स्वदेशी वैक्सीन है। इधर दूसरी वैक्सीन कोवोवैक्स है, जिसे पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया बना रही है। बता दें कि कोवोवैक्स को अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स ने बनाया है, जिसका मैनुफैक्चर सीरम कर रही है। स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने यह भी बताया कि कोरोना की दवा मोलनुपिरवीर को देश की 13 कंपनियां बनाएंगी। अभी इसका इस्तेमाल कोरोना के ऐसे वयस्क मरीजों पर किया जाएगा, जो अधिक खतरे में हैं।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया ने ट्वीट में यह भी लिखा, पीएम नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व सामने से किया है। इन सभी मंजूरियों से कोरोना महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को और मजबूती मिलेगी। हमारे फार्मा उद्योग पूरी दुनिया के लिए संपत्ति हैं। सर्वे भवन्तु सुखः सेवा सन्तु निरमयाः।''
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