देश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अहम बैठक की। मंत्रियों और अधिकारियों के साथ हुई इस बैठक में पीएम ने देशभर में कोरोना की स्थिति, ओमिक्रोन के केस और स्वास्थ्य प्रणालियों की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि नए वेरिएंट को लेकर सभी को और अधिक सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है।
बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि निचले स्तर तक हेल्थ सिस्टम की पूरी तरह से जांच की जाए और बेहतर किया जाए, ताकि किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना किया जा सके। कोविड गाइडलाइन के पालन के साथ कांटेक्ट ट्रेसिंग, टेस्टिंग, वैक्सीनेशन और हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर फोकस किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन कराने और हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने पर है। बीमारी की रोकथाम और प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार राज्यों का पूरा सहयोग कर रही है। केंद्र सरकार जल्द ही उन राज्यों में टीम भेजेगी, जहां कोरोना का वैक्सीनेशन कम है, जिन राज्यों में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। इसके अलावा उन राज्यों में भी केंद्रीय टीम जाएगी जहां स्वास्थ्य सुविधाएं कमजोर हैं।
देश में कोरोना के हालात
देश में अभी कोरोना वायरस के 78,190 एक्टिव केस हैं। वहीं, नए वेरिएंट ओमिक्रोन के कुल मामलों की संख्या बढ़कर करीब 350 हो गई है। राज्यवार केस की बात करें तो महाराष्ट्र में 88, दिल्ली में 64, तमिलनाडु में 34, तेलंगाना में 24, राजस्थान में 21, कर्नाटक में 31, केरल में 20, गुजरात में 21, जम्मू-कश्मीर में 3, आंध्रप्रदेश, ओडिशा और यूपी में दो-दो मरीज मिले हैं। वहीं, चंढीगढ़, लद्दाख, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में एक-एक मरीज मिल चुके हैं।
सख्ती बढ़ाने का दिया जा चुका है निर्देश
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा है कि ओमिक्रोन वेरिएंट डेल्टा की तुलना में कम से कम 3 गुना अधिक संक्रामक है। इसलिए, स्थानीय और जिला स्तर पर कंटेनमेंट जोन बनाएं, कंटेनमेंट जोन की सीमा तय करें। कोविड केसों की समीक्षा करते रहें। इसके अवाला अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ाने और वॉर रूम, इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर्स को एक्टिव करने को कहा गया है। उन्होंने कहा है कि केस भले की कम हों, लेकिन फील्ड अधिकारियों के साथ नियमित समीक्षा करें। राज्यों से आग्रह किया गया है कि टीकाकरण और कोविड प्रोटोकॉल को लेकर भी कार्रवाई करते रहें।
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