इस प्लांट से पूर्वांचल के क़रीब दस जिलों के लोगों को सुविधा मिलेगी। 30 एकड़ में बन रहे इस प्लांट में, करीब पांच लाख लीटर प्रतिदिन दूध का उत्पादन होगा। पूर्वांचल के किसान एवं गोपालक समेत अन्य करीब 1 लाख लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार पाएंगे। 120 किलोमीटर के दायरे में चिलिंग सेंटर खुलेगा। कंपनी हर गांव में दूध कलेक्शन सेंटर खोलेगी। इसके लिए हर गांव में दुग्ध क्रय समिति बनाई जाएगी। जो स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसेस के तहत दूध खरीदेंगी। निर्धारित समय पर कंपनी की गाड़ी से दूध का कलेक्शन किया जाएगा। इस प्लांट के खुलने से प्रति व्यक्ति आय बढ़ेगी।
- 23 दिसंबर को वाराणसी के पिंडरा ब्लॉक डेयरी अमूल प्लांट
- 50 लाख लीटर दूध उत्पादन क्षमता वाली डेयरी अमूल प्लांट
- 30 एकड़ प्लांट में, करीब पांच लाख लीटर प्रतिदिन दूध का उत्पादन
- 1 लाख लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार पाएंगे।
- 120 किलोमीटर के दायरे में चिलिंग सेंटर खुलेगा
किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी। इस प्लांट में दूध के अलावा आइसक्रीम, पनीर, खोवा, घी, मक्खन का भी उत्पादन किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 दिसंबर को करखियांव में जनसभा करने के साथ ही उत्तर प्रदेश के 1.74 लाख दुग्ध उत्पादकों को 35.19 करोड़ रूपये का बोनस भी ऑनलाइन ट्रांसफर करेंगे। कंपनी आगे भी अपने लाभ में से किसानों व गोपालकों को बोनस देती रहेगी। उत्पादकों को उच्च गुणवत्ता वाला पशु आहार भी उपलब्ध कराया जाएगा। मिलावटखोरों पर भी लगाम लगेगी।
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