बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिरों का प्रबंधन अब फिर से मंदिर समिति के हाथों में सरकार ने सौंप दिया है, तीर्थ पुरोहितों के विरोध के चलते सरकार ने देवस्थानम बोर्ड की नई व्यवस्था को भंग कर दिया था।
उत्तराखंड सरकार ने देवस्थानम बोर्ड बना कर देवभूमि के 51 मंदिरों का प्रबंधन करने के लिए देवस्थानम बोर्ड बनाया था, जिसका तीर्थ पुरोहित संत समाज ने भारी विरोध किया था। पुष्कर सिंह धानी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ दौरे के बाद कैबिनेट और विधानसभा में प्रस्ताव लाकर इसे समाप्त कर दिया। देवस्थानम बोर्ड समाप्त होते ही 1939 में बना बदरी केदार मंदिर समिति एक्ट फिर से प्रभावी हो गया। इस आशय का आदेश भी राज्य सरकार ने जारी कर दिया है।
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