पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी अपने बड़बोलेपन के लिए खासे चर्चित रहे हैं। अभी एक प्रेस वार्ता में उन्होंने फिर कुछ ऐसा बोला कि पूरे मुल्क में उस पर बहस छिड़ गई है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की निजी जिंदगी को खंगाल लिया और बोले कि इमरान चाहते तो अपनी पहली पत्नी से तलाक लेने के बाद अरबपति हो जाते।
पाकिस्तान में सत्तरूढ़ पार्टी के नेता, खासकर फवाद चौधरी अक्सर कुछ न कुछ ऐसा बोल जाते हैं कि जिसे प्रेस वाले ले उड़ते हैं और उस पर खासी बहस खड़ी हो जाती है। फवाद चौधरी ने इमरान की निजी जिंदगी के संदर्भ में कहा कि अगर इमरान खान पैसे के लालची होते, तो पहली बीवी से तलाक लेने के बाद अरबपति हो गए होते। चौधरी दरअसल जेमीमा गोल्डस्मिथ की चर्चा कर रहे थे जो ब्रिटेन के एक बेहद अमीर परिवार से संबंध रखती थीं। इमरान खान की पहली शादी उनसे ही हुई थी। फवाद ने कहा कि अपनी पहली पत्नी की दौलत में से इमरान ने आधा हिस्सा ले लिया होता तो आज वे अरबपति होते।
चौधरी ने ब्रिटेन के कानून का हवाना देते हुए कहा कि तलाक होने पर पति-पत्नी को दौलत का आधा—आधा हिस्सा हासिल होता है। इमरान खान की पहली पत्नी जमीमा अमीर खानदान से थीं लेकिन इमरान खान पैसे के लालची नहीं थे। वे जेमीमा के खानदान की आधी दौलत के हकदार थे, लेकिन उन्होंने अपना हिस्सा नहीं लिया, तलाक के उन्होंने एक रुपया भी नहीं लिया।
पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान में आम आदमी क्या, यहां तो प्रधानमंत्री को भी इज्जत नहीं मिलती। दिलचस्प बात है कि इन्हीं फवाद ने पाकिस्तान के टेलीविजन चैनलों पर इमरान खान की निजी जिंदगी को लेकर होती रही बहसों की भर्त्सना की। वे यहां तक बोल गए कि पाकिस्तान में कोई कानून का पालन नहीं करता।
पाकिस्तान के सूचना मंत्री ने आगे कहा कि पाकिस्तान में आम आदमी क्या, यहां तो प्रधानमंत्री को भी इज्जत नहीं मिलती। दिलचस्प बात है कि इन्हीं फवाद ने पाकिस्तान के टेलीविजन चैनलों पर इमरान खान की निजी जिंदगी को लेकर होती रही बहसों की भर्त्सना की। वे यहां तक बोल गए कि पाकिस्तान में कोई कानून का पालन नहीं करता। इमरान की मिजाजपुर्सी करते हुए चौधरी ने कहा कि इमरान को बार—बार बदनाम किया जाता रहा है, उन पर बेबुनियाद आरोप लगाए जाते रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इस मौके पर पाकिस्तान के सूचना मंत्री ने यह भी कह दिया कि पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति वजीहुद्दीन अहमद के हाल के बयान के विरुद्ध उन पर मानहानि का मुकदमा किया जाएगा। अपने बयान में अहमद ने कहा था कि इमरान खान के घर का खर्च पीटीआई पार्टी से अलग हुए नेता जहांगीर तरीन उठाते हैं। फवाद ने कहा कि हमारी अदालतें लोगों की इज्जत की रक्षा करने में नाकाम रही हैं। कई आपराधिक मानहानि के मामले आज भी लटके हैं। मंत्री ने कहा कि लोगों की इज्जत पर उंगली उठाना आज कोई बड़ी बात नहीं रही है। इतना ही नहीं, मानहानि के मामलों तक को कभी गंभीरता से नहीं देखा जाता।
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