एटीएस आईजी (उत्तर प्रदेश) जीके गोस्वामी ने शुक्रवार को बताया कि उप्र एटीएस ने बीते दिनों बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्याओं को अवैध तरीके से भारत लाया जाता है। इसके बाद यहां पर उनके फर्जी दस्तावेज बनवाकर पर विदेश भेजा जाता है। यह गिरोह काफी दिनों से भारत में सक्रिय थे। खुफिया सूचना के बाद एटीएस ने ऐसे सक्रिय गिरोह पर अभियान चलाया। इसी के तहत शुक्रवार को पश्चिम बंगाल से रतन मंडल को गिरफ्तार किया। उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी रखा गया था।
पूछताछ में पता चला है कि रतन अपने सहयोगियों के साथ मिलकर बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को अवैध तरीके से भारत लाता है। इसके बाद इनके फर्जी दस्तावेज तैयार कर इन रोंहिग्याओं को विदेश भेजने का कार्य करता था। अभियुक्त को ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जा रहा है।
बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्याओं को अवैध तरीके से भारत लाया जाता है। इसके बाद यहां पर उनके फर्जी दस्तावेज बनवाकर पर विदेश भेजा जाता है। यह गिरोह काफी दिनों से भारत में सक्रिय थे। खुफिया सूचना के बाद एटीएस ने ऐसे सक्रिय गिरोह पर अभियान चलाया। इसी के तहत शुक्रवार को पश्चिम बंगाल से रतन मंडल को गिरफ्तार किया। उस पर 25 हजार रुपये का इनाम भी रखा गया था।
उल्लेखनीय है कि उप्र एटीएस लगातार बांग्लादेशी नागरिकों, रोहिंग्याओं और मानव तस्करी में जुड़े गैंग का पर्दाफाश कर रही है। अब तक गिरोह के सरगना महफुजुर्रहमान कय्यूम समेत 19 सदस्यों को गिरफ्तार कर मानव तस्कर गिरोह का राजफाश किया था।
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