हांगकांग में ड्रैगन चुपचाप लेकिन पूरी साजिश के तहत लोकतंत्र और लोकतंत्र के चाहने वालों को रास्ते से हटाता जा रहा है। लोकतंत्र के लिए आवाज उठाने वाले हजारों युवा कार्यकर्ताओं को झूठे आरोपों में गुपचुप जेलों में ठूंसकर चीन हांगकांग प्रशासन के कंधे पर बंदूक रखकर अपने विस्तारवादी स्वार्थ साधने में जुटा है। 13 दिसम्बर को अपने उसी षड्यंत्र पर चलते हुए हांगकांग के सुप्रसिद्ध व्यवसायी जिमी लाई को 13 महीने की कैद में भेज दिया गया। जिमी को थ्येनआनमन चौक की बरसी पर हुए एक प्रदर्शन से जुड़े मामले में फंसाया गया है।
उल्लेखनीय है कि 13 दिसम्बर को हांगकांग की एक अदालत ने 73 वर्षीय जिमी लाई को 13 महीने की कैद की सजा दी है। जिमी के खिलाफ मामला थ्येनआन मन चौक घटना की याद में गत वर्ष हुए एक प्रतिबंधित विरोध—प्रदर्शन में भाग लेने की अपील से जुड़ा है। चीन के आधे राज के तहत हांगकांग में लोकतंत्र से जुड़ी हर तरह की गतिविधि को कुचलने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज करना, आंसू गैस दागना और पुलिस की तरफ से झूठे मुकदमों में फंसाना आम बात है। देश की जिला कोर्ट ने जिमी के साथ और सात लोगों को उतना ही आरोपों करार देते हुए 14 महीने की कैद की सजा सुनाई है।
कोरोना महामारी को काबू करने के उपायों के नाम पर चीन के कथित इशारे पर हांगकांग की सरकार ने सभी तरह के प्रदर्शनों पर रोक लगाई हुई है। हांगकांग में लोकतंत्र के प्रबल समर्थक रहे बंद हो चुके 'ऐपल डेली' समाचार पत्र के संस्थापक जिमी लाई लोकतंत्र समर्थक एक रैली में शामिल होने के मामले में जेल में ही कैद थे। अब उन्हें कुल 20 महीने की कैद काटनी होगी।
कोरोना महामारी को काबू करने के उपायों के नाम पर चीन के कथित इशारे पर हांगकांग की सरकार ने सभी तरह के प्रदर्शनों पर रोक लगाई हुई है। हांगकांग में लोकतंत्र के प्रबल समर्थक रहे बंद हो चुके 'ऐपल डेली' समाचार पत्र के संस्थापक जिमी लाई लोकतंत्र समर्थक एक रैली में शामिल होने के मामले में जेल में ही कैद थे। अब उन्हें कुल 20 महीने की कैद काटनी होगी। जिमी लाई को 1989 में बीजिंग के थ्येनआन मन चौक पर लोकतंत्र समर्थकों के विरुद्ध चीनी सेना की कठोर कार्रवाई के विरोध में होने वाले प्रदर्शन में लोकतंत्र के समर्थक लोगों को शामिल होने के लिए प्रेरित करने का दोषी पाया गया था।
इतना ही नहीं, जिमी लाई के अलावा वकील चो हांग तुंग तथा पत्रकार रहे ग्वेनेथ हो को भी मामले में दोषी पाया गया है। सामाजिक कार्यकर्ता ली च्यूक यान को भी सजा सुनाई गई। यहां बता दें कि पुलिस की कड़ी चेतावनी के बावजूद हांगकांग के विक्टोरिया पार्क में हजारों लोगों ने प्रदर्शन में भाग लेकर मोमबत्तियां लेकर रैली की थी, लोकतंत्र के पक्ष में गीत गाए थे।
A Delhi based journalist with over 25 years of experience, have traveled length & breadth of the country and been on foreign assignments too. Areas of interest include Foreign Relations, Defense, Socio-Economic issues, Diaspora, Indian Social scenarios, besides reading and watching documentaries on travel, history, geopolitics, wildlife etc.
टिप्पणियाँ