हरियाणा के गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने का स्थानीय लोग और हिंदूनिष्ठ संगठन लगातार विरोध कर रहे हैं। विरोध के बावजूद सेक्टर -37 में नमाज पढ़ी जा रही थी। वहीं, शुक्रवार शाम को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस पर खुलकर बोले। उन्होंने कहा कि खुले में नमाज पढ़ने की जो प्रथा शुरू हुई है, उसे बिल्कुल भी सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने पूरे मामले को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने पुलिस आयुक्त और जिला उपायुक्त दोनों को दोनों पक्षों के साथ बैठकर इस मामले का समाधान करने का आदेश दिया।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण की बैठक ली। इसके बाद मीडिया से बातचीत में वह खुले में नमाज पर बोले। उन्होंने कहा कि कोई अगर अपनी जगह पर नमाज पढ़ता है, पाठ पढ़ता है उसमें हमें कोई दिक्कत नहीं है। खुले में ऐसे कार्यक्रम नहीं होने चाहिए। नमाज पढ़ने की यह प्रथा जो खुले में हुई है, यह बिल्कुल भी सहन नहीं की जाएगी। मुस्लिम समुदाय के पास बहुत सारी जमीनें हैं। वे वक्फ की जमीनों पर नमाज पढ़ें या फिर अपने घर में नमाज पढ़ें। खुले में नमाज और आपसी टकराव नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह तय होगा कि सबको सुविधा मिले और किसी के भी अधिकारों में हस्तक्षेप न हो, लेकिन किसी को जबरदस्ती नहीं करने दिया जाएगा। कुछ लोगों ने वक्फ बोर्ड की जमीन खाली कराए जाने की बात कही है। अगर वक्फ बोर्ड की जमीन पर कहीं किसी प्रकार का अतिक्रमण है तो प्रशासनिक अधिकारी उसकी जांच पड़ताल करके भी अतिक्रमण मुक्त कराएंगे। नमाज के लिए कुछ स्थानों को आरक्षित करने का निर्णय वापस ले लिया गया है।
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