उत्तराखंड में हर तीसरा घर भारत की सेना से ताल्लुक रखता है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत उत्तराखंड के पहले मूल निवासी थे जोकि सेना के सर्वोच्च पद पर पहुंचे। जनरल रावत यहां के लोगों के प्रति चिंता करते रहते थे, यही वजह है कि उन्हें वीरगति प्राप्त होने के बाद राज्य के हर कोने में उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है।
हल्द्वानी के वन अनुसंधान केंद्र में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका व उनके साथ ग्यारह अन्य बलिदानियों को श्रद्धांजलि देने के लिए वाटिका स्थापित की है ताकि इन अमर बलिदानियों की याद हमेशा बनी रहे। वाटिका स्थापित करने का विचार अनुसंधान के प्रभारी मदन सिंह बिष्ट के मन में आया। उन्होंने अपने निदेशक संजीव चतुर्वेदी (आईएफएस) से अनुमति लेकर खुद अपने सहयोगियों को साथ लेकर वाटिका की कल्पना को साकार किया।
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