पश्चिम उत्तर प्रदेश के मुख्यालय मेरठ में बीजेपी के 14 जिलों के बूथ अध्यक्षों को 11 दिसंबर को बुलाया गया है। इस दिन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा उन्हें बूथ प्रबन्धन का पाठ पढ़ाएंगे। यूपी में बीजेपी अगले विधानसभा चुनावों में बूथ प्रबन्धन की रणनीति के जरिये विजय पथ पर बढ़ना चाहती है।
पश्चिम उत्तर प्रदेश के चौदह जिलो के सभी बूथ अध्यक्ष खास प्रशिक्षण के लिए मेरठ में बुलाए गए हैं। इसमें चुनाव सह प्रभारी संजय भाटिया, संगठन महामंत्री कर्मवीर, क्षेत्र बीजेपी अध्यक्ष मोहित बेनीवाल के सत्र होंगे। सुबह से ही होने वाली बैठकों में एक विशेष सत्र में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहेंगे।
जानकारी के मुताबिक बीजेपी अपने 25 हजार कार्यकर्ताओ को बूथ मैनजमेंट में लगाने जा रही है। वे मतदान तक पूर्णकालिक रूप से पार्टी के लिए काम करेंगे। जेपी नड्डा मेरठ के बाद 12 दिसम्बर को एटा में बूथ प्रबन्धन की बैठक लेंगे। 15 दिसम्बर से पश्चिम यूपी में बीजेपी विजय संकल्प यात्राएं निकालने जा रही है।
ये यात्रा सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, बिजनौर, बागपत, मेरठ, नोएडा, बुलंदशहर, गाजियाबाद होते हुए मुरादाबाद, रामपुर के बाद बरेली पहुंचेगी। विजय संकल्प यात्रा कार्यक्रम में हर शहर में एक बड़े नेता का कार्यक्रम रखा जा रहा है। यात्रा का मकसद पार्टी कार्यकर्ताओं को जनता से सीधे संवाद करने के लिए जोड़ना है और राज्य-केंद्र सरकार की उपलब्धियों को उन तक पहुंचाना है।
बीजेपी यहां किसान आंदोलन के समाप्त होने के बाद उभर रहे सपा लोकदल गठबंधन के जाट-मुस्लिम-अनुसूचित जाति के वोटों के गणित पर भी नजर रखे हुए है। बीजेपी योगी सरकार की उपलब्धियों के साथ-साथ हिंदुत्व की राजनीति को भी सामने रखेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपने बयानों में साफ कहा है कि जिन्ना जैसी सोच वाले दलों का जवाब वह देशभक्ति से देंगे। सीएम योगी ने ये भी कहा कि विपक्ष की सरकार कब्रिस्तान की बाउंड्री बनवाती थी और हमारी सरकार तीर्थ स्थल बनाती है।
बीजेपी हर लिहाज से अपनी रणनीति को बूथ स्तर पर भी मजबूत देखना चाहती है। बूथ प्रबन्धन के जरिये ही वो मतदान स्थलों तक अपनी परंपरागत वोटो को ला पाएगी। जेपी नड्डा अपने दौरे में बीजेपी के टिकटों के दावेदारों को भी परखेंगे। इसके लिए वो संगठन स्तर से भी फीडबैक लेंगे और संभवतः दावेदारों से मुलाकात भी करेंगे। माना ये भी जा रहा है कि इस बार भी बीजेपी नए चेहरों पर दांव लगाएगी। पिछली बार भी कई पुराने लोगों के टिकट काटे गए थे और युवाओ को मौका मिला था। इस बार भी सर्वे और अन्य स्रोतों से जानकारी जुटाकर बीजेपी अपने टिकट फाइनल करेगी।
टिप्पणियाँ