सैन्य हेलीकॉप्टर हादसे में गंभीर रूप से घायल भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को इलाज के लिए बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में रेफर किया गया है। वह तमिलनाडु के वेलिंगटन में मिलिट्री हॉस्पिटल में लाइफ सपोर्ट पर थे। पूरे देश में उनके स्वस्थ होने की प्रार्थना की जा रही है।
तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को भारतीय वायु सेना का एमआई-17वी 5 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हृदयविदारक हादसे में देश ने सीडीएस बिपिन रावत को खो दिया। हादसे में उनकी पत्नी मधुलिका की मृत्यु हो गई। 11 सैन्य अधिकारियों का भी बलिदान हो गया। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज सुबह हादसे के बारे में लोकसभा में जानकारी दी।
भारतीय वायु सेना का एमआई-17वी 5 हेलीकॉप्टर
रक्षा मंत्री ने बताया कि वायु सेना के एमआई-17 वी 5 हेलीकॉप्टर ने 8 दिसम्बर को सुबह 11:48 बजे सुलूर एयर बेस से उड़ान भरी और दोपहर 12:15 बजे तक वेलिंगटन में उतरने की उम्मीद थी। सुलूर एयर बेस पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल का हेलीकॉप्टर से लगभग 12:08 बजे संपर्क टूट गया। इसके बाद कुछ स्थानीय लोगों ने कुन्नूर के पास जंगल में आग देखी और उस स्थान पर पहुंचे, जहां उन्होंने आग की लपटों में घिरे सैन्य हेलीकॉप्टर के मलबे को देखा। मलबे से बरामद सभी लोगों को वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद पुष्टि हुई कि दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर में सवार कुल 14 लोगों में से 13 ने दम तोड़ दिया है।
रक्षा मंत्री ने लोकसभा को बताया कि इस दुर्घटना में विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान, स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह, जूनियर वारंट ऑफिसर राणा प्रताप दास, जूनियर वारंट ऑफिसर अरक्कल प्रदीप, हवलदार सतपाल राय, नायक गुरसेवक सिंह, नायक जितेंद्र कुमार, लांस नायक विवेक कुमार, लांस नायक बी साई तेजा की मौत हुई है। इसके अलावा मृतकों में सीडीएस की पत्नी श्रीमती मधुलिका रावत, उनके रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिद्दर, स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह और वायु सेना के हेलीकॉप्टर चालक दल सहित नौ अन्य सशस्त्र बल कर्मी शामिल हैं।
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