ट्विटर ने यह कार्रवाई 2 दिसम्बर को करते हुए बयान जारी करके बताया कि ऐसे करीब 3,500 खाते बंद कर दिए गए हैं जो विभिन्न देशों की सरकारों के पक्षधर के तौर पर उनका दुष्प्रचार कर रहे थे। बताया गया है कि बंद हुए खातों में अधिकांश चीन के पक्षधरों के थे। इन खातों को नेटवर्क को हटा दिया गया है। ये खाते चीन के सिंक्यांग प्रांत में चीन द्वारा उइगर मुस्लिमों के उत्पीड़न के संदर्भ में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी का दुष्प्रचार प्रसारित कर रहे थे।
ट्विटर का कहना था कि 2048 अकाउंट्स का 'रिप्रेजेंटेटिव सैंपल' जारी किया जा रहा है। ट्विटर के अनुसार उसकी तरफ से 3 साल पहले सरकारों के समर्थन वाली सूचनाओं के संचालन से संबंधित डाटा का एक सार्वजनिक आर्काइव प्रकाशित किया था। ट्विटर ने सिंक्यांग की प्रांतीय सरकार के समर्थन वाली एक निजी कंपनी ‘चांग्यु कल्चर’ से संबंधित 112 खातों का एक नेटवर्क भी हटाया है।
ट्विटर के अनुसार उसकी तरफ से 3 साल पहले सरकारों के समर्थन वाली सूचनाओं के संचालन से संबंधित डाटा का एक सार्वजनिक आर्काइव प्रकाशित किया था। ट्विटर ने सिंक्यांग की प्रांतीय सरकार के समर्थन वाली एक निजी कंपनी ‘चांग्यु कल्चर’ से संबंधित 112 खातों का एक नेटवर्क भी हटाया है।
मीडिया के आए समाचारों के अनुसार, ट्विटर में हाल में सीईओ बने पराग अग्रवाल नई नीतियां ला रहे हैं। ट्विटर की तरफ से गत 1 दिसंबर को निजी सूचना सुरक्षा नीति को अद्यतन किया गया है। इसके फौरन बाद 2 दिसम्बर को कड़ी कार्रवाई करते हुए इस सोशल मीडिया प्लेटफार्म ने अनेक नीले टिक वाले 'यूजर्स' से नीला टिक भी वापस ले लिया। ट्विटर में अचानक आए इस बदलाव से उपभोक्ता परेशान बताए गए हैं।
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