नैनीताल में धर्म सभा को संबोधित करते हुए गोवर्धन पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य निश्चलानन्द सरस्वती जी ने कहा कि देश में आईएएस,आईपीएस की शिक्षा हमारी संस्कृति के अनुरूप नहीं है। इसमें बदलाव की जरूरत है। साथ ही उन्होंने कहा कि चीन हमारी सीमा पर घुस रहा है। यह पावन देव भूमि कहीं ईसाई और मुस्लिमों का गढ़ न बन जाए।
सीमांत गांवों से हो रहा पलायन
उत्तराखंड प्रवास पर पहुंचे गोवर्धन पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य निश्चलानन्द सरस्वती जी ने नैनीताल में धर्म सभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने कहा कि शासन तंत्र चला रहे आईएएस, आईपीएस अधिकारियों की शिक्षा देश की संस्कृति के अनुरूप नहीं है। सरकार इसमें बदलाव करे। वहीं, उन्होंने उत्तराखंड के विषय में राजनेताओं को सजग करते हुए कहा कि ये सीमावर्ती राज्य है। चीन सीमा में घुस रहा है और सीमांत गांवों से पलायन हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह पावन देव भूमि कहीं, ईसाई और मुस्लिमों का गढ़ न बन जाए। यह तपो भूमि है, इसे भोग की भूमि न बनाएं।
हर तरफ बढ़ रहा असंतुलन
शंकराचार्य जी ने कहा पृथ्वी, पानी, प्रकाश, पवन को महायंत्रों से विकृत कर दिया गया है, जिसकी वजह से हर तरफ असंतुलन बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि जातियों को हिन्दू समाज सूत्र के साथ बंध कर रहना चाहिए। इस दौरान शंकराचार्य जी ने धर्म, राजनीति, गौरक्षा, पलायन आदि विषयों पर जनमानस द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब भी दिए।
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