जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने ‘ऑपरेशन इंसाफ’ चलाकर इस साल घाटी में आम लोगों की हत्या और हमला करने वाले सभी आतंकियों का सफाया कर दिया है। खबरों के अनुसार बस एक आतंकी बचा है, जिसका नाम बासित डार है। उसकी धड़पकड़ के लिए सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन लगातार जारी है। दक्षिण कश्मीर के कुलगाम का रहने वाला बासित रेडवानी में अपने घर से गायब हो गया था। उसके संबंध टीआरएफ के सरगना अब्बास शेख के साथ थे। बासित उस आतंकी दस्ते का हिस्सा रहा है, जिसने कश्मीर में आम लोगों पर हमले को अंजाम दिया था। बता दें कि बासित ने आतंकी शाहिद के साथ कश्मीरी हिन्दू माखन लाल बिंदरू की हत्या की थी। बाद में सुरक्षाबलों ने शाहिद को मार गिराया था।
10 बड़े आतंकियों का सफाया
घाटी में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने एक महीने में आम लोगों की हत्या से जुड़े सभी आतंकियों को मार गिराया है। अक्टूबर से लेकर नवंबर तक सभी 10 बड़े आतंकियों का मार गिराया जा चुका है। जम्मू कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह के अनुसार हैदरपुरा मुठभेड़ की जांच से पता चला है कि आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में एक ‘नेटवर्क’ ने दहशतगर्दों की मदद की थी।
गौरतलब है कि जम्मू—कश्मीर में सामान्य होते हालात और विकासपथ पर बढ़ते कदम से पाकिस्तान चिढ़ा हुआ है। यही वजह है कि आतंकी घाटी के हालात को खराब करने की भरसक कोशिश करते रहते हैं। लेकिन बावजूद घाटी की स्थिति नियंत्रण में है। खबरों के अनुसार 2018 में जहां 318 आतंकी घटनाएं हुई थीं, वहीं 2021 में केवल 121 आतंकी घटनाएं दर्ज की गई हैं। इसी तरह, 2019 में जहां पथराव की 202 घटनाएं हुईं, वहीं 2021 में इस तरह के केवल 39 मामले दर्ज किए गए हैं।
टिप्पणियाँ