बांग्लादेश की राजधानी ढाका से एक हैरान करने वाला समाचार प्राप्त हुआ है। यहां पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसके पास से 7 करोड़ रु. की जाली भारतीय करेंसी बरामद की गई है। यह भारतीय जाली मुद्रा पाकिस्तान में बनी पाई गई है जिसे खबर है कि, श्रीलंका के रास्ते बांग्लादेश में लाया गया था।
बांग्लादेश पुलिस द्वारा बरामद की गई इस 7 करोड़ रुपये से ज्यादा की फर्जी भारतीय करेंसी ढाका के खिलखेत क्षेत्र में रह रही एक महिला फातिमा अख्तर को दबोचने के बाद पता चले एक ठिकाने से प्राप्त की गई थी। पुलिस की आरंभिक जांच के बाद बांग्लादेश पुलिस का दल दक्षिणखान इलाके के एक घर में गया था वहीं से उसे यह नकली भारतीय करेंसी मिली है।
इस बड़े षड्यंत्र में शामिल एक अन्य आदमी भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, उसका नाम अबू तालिब है। वह देमरा के सरुलिया इलाके से पकड़ में आया है। बांग्लादेश पुलिस के सूत्रों ने बताया है कि ये फर्जी मुद्रा कथित तौर पर पाकिस्तान में तैयार की गई थी। इसके बाद इसे श्रीलंका के होते हुए एक कंटेनर में छिपाकर बांग्लादेश के चटगांव बंदरगाह पर लाया गया था। पकड़े गए आरोपी अबू तालिब ने पुलिस को बताया है कि दो पाकिस्तानी नागरिक सुल्तान तथा शफी इस साजिश में शामिल हैं, वही जाली भारतीय मुद्रा की हेरफेर में उसकी मदद करते आ रहे थे।
ढाका पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि भारतीय मुद्रा के ये जाली नोट अबू तालिब ने 23 नवम्बर को फातिमा अख्तर को दिए थे। उसके बाद फातिमा इन फर्जी नोटों को भारत में पहुंचाने में जुट गई, लेकिन इस बीच किसी खुफिया सूत्र ने पुलिस को इस पूरे षड्यंत्र की जानकारी दी। पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए अपराधियों को धर-दबोचा।
बताते हैं, पाकिस्तान के सुल्तान तथा शफी नाम के अपराधी अंतरराष्ट्रीय तस्करी गिरोह का हिस्सा हैं। ढाका से पकड़ी गई महिला फातिमा और अबू के भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली इस तस्करी में शामिल होने के सबूत मिले हैं। ढाका पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि भारतीय मुद्रा के ये जाली नोट अबू तालिब ने 23 नवम्बर को फातिमा अख्तर को दिए थे। उसके बाद फातिमा इन फर्जी नोटों को भारत में पहुंचाने में जुट गई, लेकिन इस बीच किसी खुफिया सूत्र ने पुलिस को इस पूरे षड्यंत्र की जानकारी दी। पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए अपराधियों को धर—दबोचा।
फिलहाल इस मामले की गहन जांच की जा रही है। खिलखेत पुलिस थाने में इस संबंध में मामला दर्ज किया गया है। कोशिश की जा रही है कि इस गिरोह के अन्य सदस्यों को भी हिरासत में लिया जाए।
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