मेरठ की दौराला पुलिस ने अवैध हथियार बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। उसने ऐसे गैंग को पकड़ा है, जो चुनाव के दिनों में बाहुबलियों को अवैध हथियारों की आपूर्ति करता था। खास बात यह है कि इन्हें कारतूस पुलिस का एक सिपाही मालखाने से चोरी करके देता है।
पुलिस अधीक्षक विनीत भटनागर ने बताया कि सदरुद्दीन, शवी अख्तर, रजी अख्तर, शबनम, रुबीना, शादाब एक ही परिवार के सदस्य हैं, जो कि मेरठ देवबंद इलाके में अवैध हथियार बनाने व बेचने का धंधा करते थे। पुलिस ने सदरुद्दीन, शवी और रजी को गिरफ्तार कर लिया है। इनके घर से एक राइफल, एक देसी बंदूक, दो तमंचे बड़ी संख्या में भरे और खाली कारतूस बरामद हुए हैं। इसके अलावा छह किलो छर्रे भी मिले हैं। जानकारी के मुताबिक दो महिलाओं और शादाब की पुलिस तलाश कर रही है। ये गैंग बाहुबली लोगों को कंट्री मेड हथियार बनाकर सप्लाई करता था। हाल ही में इनके द्वारा लावड नगर पंचायत सदस्य शम्मीम अब्दुल्ला को हथियार दिए गए थे।
इसके अलावा देवबंद थाने के सिपाही को भी हिरासत में लिया गया है, जिसपर आरोप है कि उसने मालखाने से 23 कारतूस थ्री नॉट थ्री के चोरी कर इस गैंग को दिए थे। पुलिस के मुताबिक ये हथियार जो बनाये जाने वाले थे उन्हें आगामी चुनावों में प्रभावशाली लोगों को बेचना था। सदरुद्दीन का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी रहा है।
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