किसान बिल पर पीएम मोदी की बड़ी बातें हमारी सरकार खासकर छोटे किसानों के कल्याण के लिए प्रयत्नशील है हमारी सरकार गांव-गरीब के उज्जवल भविष्य के लिए पूरी सत्य निष्ठ है हमारी सरकार किसानों के कल्याण के लिए ये कानून लेकर आई हम अपने प्रयासों के बावजूद कुछ किसानों को समझा नहीं पाए किसानों का एक वर्ग ही विरोध कर रहा था. वैज्ञानिकों, कृषि कानून विशेषज्ञों ने उन्हें समझाने का प्रयास किया हमने किसानों की बातों और उनके तर्कों को समझने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ कानून के जिन प्रावधानों पर उन्हें ऐतराज था, उस पर भी बात की मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए कहना चाहता हूं कि हम कुछ किसानों को समझा नहीं पाए.’ ‘मैंने जो कुछ भी किया, सब किसानों के लिए किया मैं जो कुछ भी कर रहा हूं, देश के लिए कर रहा हूं देशवासियों के आशीर्वाद से मैंने अपनी मेहनत में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रखी है आज मैं आपको आश्वासन देता हूं कि मैं और ज्यादा कड़ी मेहनत करूंगा. ताकि आपके सपने और राष्ट्र के सपने पूरे हो सकें.’ हमने तीनों कृषि कानून वापस लेने का फैसला किया है इसकी प्रक्रिया आगामी संसद सत्र से इस महीने शुरू होगी मैं किसानों से अपील करता हूं कि अपने घर लौट जाए और नए सिरे से शुरुआत करें. हमने किसानों को सस्ते दामों पर बीज मुहैया कराने के लिए काम किया. माइक्रो इरिगेशन से सिंचाई की योजनाएं शुरू कीं. 22 करोड़ सॉइल हेल्थ कार्ड बनाए ये सब कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए किया गया था. साथ ही हमने फसल बीमा योजना की शुरुआत की और इसके तहत किसानों को भी जोड़ा. किसानों को उनकी उपज का पूरा और सही दाम मिले इसके लिए हमने कई कदम उठाए हमने ग्रामीण इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाया हमने ना केवल एमएसपी बढ़ाया बल्कि सरकारी खरीद को भी रिकॉर्ड ऊंचाई तक लेकर गए हमारी सरकार द्वारा फसलों की खरीद ने पिछले दशकों के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. हमारी सरकार की प्राथमिकता किसानों का कल्याण और विकास था हमारे देश में 100 में से 80 किसान छोटे स्तर के हैं उनके पास जमीन 2 हेक्टेयर से भी कम है इन किसानों की आबादी 10 करोड़ से ज्यादा है इनकी आजीविका भी यही भूमि है
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