पश्चिम बंगाल के स्कूलों में बच्चों को समावेशी शिक्षा के नाम पर जागरूक करने की बात कहते हुए समलैंगिक संबंधों पर 8 शॉर्ट फिल्में दिखाई जानी हैं। इन फिल्मों को प्रयासम बैड एंड ब्यूटीफुल वर्ल्ड फिल्म फेस्टिवल (Prayasam’s Bad and Beautiful World Film Festival) के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। राज्य में शैक्षणिक संस्थानों के खुलने पर कुछ स्कूलों में ये फिल्में दिखाई जानी हैं। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने मामले में संज्ञान लिया है। इस पर कार्रवाई की जा रही है।
कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने पर राज्यों में धीरे-धीरे स्कूल खोले जा रहे हैं। पश्चिम बंगाल के स्कूलों में युवा फिल्म निर्देशकों की 8 शॉर्ट फिल्में दिखाई जानी हैं। इन्हें प्रयासम बैड एंड ब्यूटीफुल वर्ल्ड फिल्म फेस्टिवल के लिए चुना गया है। Prayasam ‘संयुक्त राष्ट्र बाल कोष यानी UNICEF से जुड़ी संस्था है।
इस संस्था का कहना है कि उसका उद्देश्य युवाओं को खुद को सशक्त महसूस कराना है। स्कूली बच्चों को समलैंगिक संबंधों पर शॉर्ट फिल्में दिखाने की खबर एक अंग्रेजी अखबार में प्रकाशित हुई। इसके बाद इस आयोजन को लेकर सोशल मीडिया पर आपत्ति जताई गई। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने इन आपत्तियों पर संज्ञान लिया। एनसीपीसीआर के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा कि मामला आयोग के संज्ञान में है और हम इस पर कार्रवाई कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर यह खबर आते ही लोगों ने इस मामले में कठोर कार्रवाई करने की मांग की। सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे निंदनीय बताया।
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