राजस्थान में पिछले 8 महीनों में हनीट्रैप के 17 मामले सामने आए हैं। खबरों के अनुसार पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई लड़कियों की आड़ में भारतीय नागरिकों और जवानों को फंसाती है, फिर सोशल मीडिया के सहारे झांसे में लेकर भारतीय सेना व सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ी जानकारियां जुटाई जाती हैं। सुरक्षा एजेंसियों से जुड़े लोगों और उनकी मूवमेंट पर नजर रखी जाती है। बंकरों और नई तकनीकों के बारे में सूचना जुटाई जाती है। इसके लिए खूबसूरत युवतियों को पहले प्रशिक्षण दिया जाता है। ये खूबसूरत लड़कियां चैटिंग के दौरान हर हथकंडे अपनाती हैं। साथ घूमने-फिरने से लेकर शादी तक का झांसा देती हैं। अश्लील बातचीत, वीडियो बनाकर ब्लैकमेल का तरीका भी आजमाया जाता है। कई वर्षों से ISI इस तरह की करतूतों को अंजाम देती रही है। जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, और श्रीगंगानगर में तैनात सुरक्षा बल के जवानों पर प्रमुख रूप से पाकिस्तान की नजर रहती है। बता दें कि इन सभी जिलों की सीमाएं पड़ोसी देश से लगती हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सुरक्षा बल व सेना के जवानों को हिदायत दी है कि वे किसी भी अनजान लड़कियों से बातचीत न करें। समय-समय पर उन्हें सोशल मीडिया से दूरी बनाए रखने की सलाह भी दी जाती रही है। जिन महिलाओं को उनके पीछे लगाया जाता है, उनके परिवारों की जिम्मेदारी ISI ही उठाती है।
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