वास्तविक नियंत्रण रेखा से सटा लद्दाख का मान-मेराग गांव आज सुर्खियों में है। हो भी क्यों न। गांव में 75 साल बाद पानी जो आया है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद से ही लद्दाख में विकास को पंख लगे हैं। यहां कई परियोजनाओं पर काम चल रहा है। उन्हीं में से एक जल जीवन मिशन भी। इस परियोजना का मकसद सभी गांवों में स्वच्छ पेयजल पहुंचाना था। वर्ष, 2020 में लद्दाख में लगभग 362 करोड़ रुपये के बजट वाली इस परियोजना का उद्देश्य दिसंबर 2022 तक केंद्र शासित प्रदेश के 125 गांवों के हर घर में घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना है। इसी मिशन के तहत मान-मेराग गांव में भी पानी पहुंचाया गया।
पानी पहुंचाना बड़ी चुनौती
लद्दाख का मौसम और उबड़-खाबड़ इलाकों की वजह से हर गांव तक पानी पहुंचाना बड़ी चुनौती है। विकट सर्दी के दौरान पाइपलाइनों में पानी जम जाता है, जिससे घरों में आपूर्ति बाधित हो जाती है। जल जीवन मिशन के अधिकारियों ने भौगोलिक स्थितियों को ध्यान में रखकर यहां कई उपाय किए। उसका परिणाम है कि अब ठंड के मौसम में भी लाेगों को नल से पानी मिलता रहेगा। इसके लिए इन्फिल्ट्रेशन गैलरी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।
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