बुधवार की रात एसटीएफ को ज्ञात हुआ कि अली शेर और कामरान लखनऊ के मड़ियांव इलाके में मौजूद हैं और लखनऊ में किसी बड़े व्यापारी की हत्या का षड्यंत्र बना रहे हैं. इस सूचना पर एसटीएफ की टीम अपर पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह के नेतृत्व में मौके पर पहुंच गई. कुछ देर बाद मोटरसाइकिल पर दोनों अपराधी आते हुए दिखाई दिए.
इन दोनों को रूकने का इशारा किया गया मगर पुलिस को देख कर चालक ने मोटरसाइकिल पीछे की तरफ मोड़ कर भागने का प्रयास किया. इस दौरान मोटरसाइकिल से फिसल कर दोनों गिर गए. दोनों अपराधियों ने पुलिस पर फायर किया.
एसटीएफ की टीम ने अपराधियों को घेर लिया और आत्मसमर्पण के लिए कहा मगर दोनों अपराधियों ने पुनः फायर किया. आत्मरक्षा में एसटीएफ़ की तरफ से गोली चलाई गई जिसमे दोनों अपराधी घायल हो गए. घायल अवस्था में दोनों को अस्पताल ले जाया गया जहां पर दोनों को मृत घोषित कर दिया गया.
उल्लेखनीय है कि अली शेर झारखंड के वरिष्ठ भाजपा नेता जीतराम मुंडा की हत्या का अभियुक्त था. दोनों अपराधी अली शेर और कामरान आजमगढ़ जनपद के निवासी थे. अली शेर के सिर पर एक लाख रूपये और कामरान पर 25 हज़ार रूपये का इनाम था.
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