उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से होकर गुजरने वाली रामगंगा नदी की सफाई का काम नमामि गंगे योजना के तहत शुरू हो गया है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाकर भारत सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना पर काम,नमामि गंगे प्रोजेक्ट में किया जा रहा है।
नमामि गंगे प्रोजेक्ट में अगले चरण में देश के 122 जिलों को शामिल किया गया है, जिनमें बरेली जिला भी शामिल है। नए फेज में गंगा में आकर मिलने वाली उसकी सहायक नदियों को साफ किया जाना है। रामगंगा नदी को बरेली जिले में साफ रखने की योजना पर काम शुरू हो रहा है। जिलाधिकारी की निगरानी में सबसे पहले रामगंगा में गिरने वाले सीवर के पानी को साफ करने के लिए तीन बड़े सीवर प्लांट लगाए जा रहे हैं।
बरेली जिलाधिकारी ने वन विभाग, वन्य जीव विभाग, जल निगम और सिंचाई विभाग के अधिकारियों की एक वर्किंग टीम भी बना दी है। वन विभाग रामगंगा के किनारे वृहद वृक्षारोपण करेगा। वन्यजीव विभाग को रामगंगा नदी में जलीय जीवों द्वारा प्राकृतिक जल शोधन की प्रक्रिया के विषय में काम करना होगा और जल निगम को सीवर ट्रीटमेंट बनाने होंगे।
सिंचाई विभाग को रामगंगा में पानी की उपलब्धता के विषय में समय-समय पर अपनी निगरानी रिपोर्ट देनी होगी। वर्किंग टीम में कुल 13 सदस्य हैं। राष्ट्रीय स्वछता गंगा मिशन के कार्यकारी निदेशक रोजी अग्रवाल ने कहा कि गंगा निर्मल अविरल बहे, इसके लिए उसकी सहायक नदियों का भी जल शोधन जरूरी है।
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