हिन्दू होने पर शर्मिंदा स्वरा भास्कर, पर तब क्यों हो जाती हैं खामोश ?
May 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

हिन्दू होने पर शर्मिंदा स्वरा भास्कर, पर तब क्यों हो जाती हैं खामोश ?

by सोनाली मिश्रा
Oct 24, 2021, 03:26 pm IST
in भारत
स्वरा भास्कर

स्वरा भास्कर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail
समय-समय पर उन्हें यह याद आता रहता है कि वह हिन्दू हैं और फिर वह सिलेक्टिवली होती हैं कि उन्हें हिन्दू होने पर शर्म है। ! क्या स्वरा जान-बूझकर ऐसे वक्तव्य देती हैं? क्या उनका एक ही लक्ष्य और उद्देश्य है कि किसी भी प्रकार से सनातन के अनुयाइयों को चोट पहुंचाई जाए।

स्वरा भास्कर एक बार फिर से हिन्दू होने पर शर्मिंदा हैं। समय-समय पर उन्हें यह याद आता रहता है कि वह हिन्दू हैं और फिर वह सिलेक्टिवली होती हैं कि उन्हें हिन्दू होने पर शर्म है।  शनिवार को उन्होंने कहा कि उन्हें हिन्दू होने पर शर्म आती है। दरअसल मामला यह है कि गुरुग्राम में पिछले कई दिनों से हिन्दू समाज के लोग इस बात का विरोध कर रहे हैं कि खुले में नमाज क्यों पढ़ी जा रही है। मुस्लिम समुदाय के लोग सार्वजनिक स्थानों पर नमाज क्यों पढ़ते हैं? ऐसा नहीं है कि यह समस्या केवल भारत में है, भारत से बाहर भी कई देशों में इसके चित्र आते रहते हैं। झारखंड से एक चित्र आया था, जिसमें सड़क रोककर नमाज पढ़ी जा रही थी। कभी पटरियां घेर कर नमाज पढ़ी जाती है। जब सड़क और पटरी रोककर नमाज पढ़ी जाती है तो स्वरा भास्कर यह नहीं कहती हैं कि इस प्रकार की किसी हरकत से किसी की जान भी जा सकती है।

ऐसी कई तस्वीरें घूमती हैं, पर किसी को भी सड़क पर रुके इन यात्रियों की पीड़ा या कष्ट नहीं दिखाई देता है। लिबरल ब्रिगेड जो केवल नामधारी और अपने फायदे के लिए बने हुए हिन्दू होते हैं, उन्हें ऐसी तस्वीरों से पैदा होने वाली परेशानियों से कोई मतलब नहीं होता है और न ही वह यह सोच सकती हैं कि रास्ते में कोई गर्भवती फंसी हो सकती है या फिर कोई दिल का मरीज हो सकता है? पर जो ऐसी बातों का विरोध करने उतरता है, उसके आधार पर स्वरा यह कह रही हैं कि उन्हें हिन्दू होने पर शर्म आ रही है। इससे पहले उन्हें कठुआ मामले में याद आया था कि वह हिन्दू हैं और उन्हें अपने हिन्दू होने पर शर्म आ रही है। पर उनके हिन्दू होने के शर्म होने की एक शर्त होती है कि पीड़ित मुसलमान होना चाहिए! क्या स्वरा जान-बूझकर ऐसे वक्तव्य देती हैं? क्या उनका एक ही लक्ष्य और उद्देश्य है कि किसी भी प्रकार से सनातन के अनुयाइयों को चोट पहुंचाई जाए। स्वरा कभी भी उन लड़कियों के साथ आकर खड़ी नहीं होती हैं, जो मुस्लिमों का शिकार होती हैं और न ही वह तब हिन्दू होने पर शर्मिंदा होती हैं, जब उनके परिचित हिन्दू शोषण करते हैं।

क्या नागरिकों की परेशानी से कोई लेना-देना नहीं

गुरुग्राम में जो नागरिक परेशान हो रहे हैं, क्या स्वरा भास्कर को उनकी परेशानियों से कुछ लेना-देना नहीं है? क्या स्वरा इस बात पर सहमत हैं कि सड़कों एवं सार्वजनिक स्थलों पर इसी प्रकार नमाज होती रहे, और सड़कों पर वाहनों में बैठे लोग अपनी पीड़ा को किसी से न कहें। कितनी ही बार न केवल प्रशासन बल्कि न्यायपालिका द्वारा भी यह आदेश दिया जा चुका है कि नमाज मस्जिद में पढ़ी जाए, परन्तु स्वरा भास्कर कभी पुलिस और प्रशासन के साथ मिलकर यह नहीं कहतीं कि जनता को परेशानी होती है।

अब सिलेक्टिव हिंदू होने का दौर

कई मामले ऐसे आए हैं, जिनमें मरीज फंसे थे, जैसे कि वर्ष 2019 में कानपुर में प्रशासन से गुस्साए लोगों ने हाईवे पर ही नमाज पढ़ी थी और जाम में फंसे हुए लोग और विशेषकर बच्चे रो-रोकर परेशान हो गए थे। दिल्ली में भी कई स्थानों पर ऐसी ही परेशानी होती है, कई अपार्टमेंट के लोग कई बार मांग करते हैं कि सडकों पर नमाज होने से लोगों को परेशानी होती है। यह दूसरी बात है कि कभी स्वरा भास्कर इस विषय में जागरूक नहीं होती हैं, पर हां, उन्हें इससे बहुत समस्या होती है कि हिन्दू अपनी परेशानी ही आकर कहें। यदि हिन्दू होने पर उन्हें इतनी शर्म है, जो स्पष्ट है कि कठुआ काण्ड के बाद से ही हुई थी, तो उन्हें हिन्दू धर्म छोड़ देना चाहिए था। पर उन्होंने ऐसा नहीं किया, बल्कि गृह प्रवेश पर पूजा भी कराई! यह सिलेक्टिव दुःख इतना बड़ा है कि दिल्ली कैंट में हुए बच्ची के बलात्कार को लेकर उन्होंने पुजारी को कोसा, हिन्दू धर्म को कोसा और न जाने कितना गुस्सा दिखाया, पर जैसे ही आरोपी में मुस्लिम नाम आया, वह शांत हो गईं। स्वरा भास्कर का हिन्दू होना भी सिलेक्टिव है, उतना ही सिलेक्टिव जितना सिलेक्टिव उनका विचार है और उनकी विचारधारा है! उनका हिन्दू होना केवल तभी याद आता है जब निशाना हिन्दू धर्म हो और कुछ नहीं! एक्सीडेंटल हिन्दू के बाद अब सिलेक्टिव हिन्दू होने का दौर है!

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

एआई से बनी फोटो (credit- grok)

पाकिस्तान: जहां बचपन से ही भरा जाता है बच्चों के दिमाग में हिंदुओं के प्रति जहर और वह भी किताबों के जरिये

Operation sindoor

भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच हुई वार्ता, जानें क्या रहे मुद्दे

प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन

“ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है”, राष्ट्र के नाम PM मोदी के संबोधन की मुख्य बातें

PM मोदी का कड़ा संदेश: आतंक के खिलाफ भारत की नीति ऑपरेशन सिंदूर, पानी और खून साथ नहीं बहेगा, Pak से बात होगी तो POK पर

Operation sindoor

‘I Love India’ राफेल पर फ्रांस की गूंज से थर्राया पाकिस्तान! ऑपरेशन सिंदूर को मिला अंतरराष्ट्रीय समर्थन

बांग्लादेशी मूल की अंबिया बानो ने काशी में सनातन धर्म स्वीकार किया

लंदन में पली-बढ़ी बांग्लादेशी मुस्लिम महिला ने काशी में अपनाया सनातन धर्म, गर्भ में मारी गई बेटी का किया पिंडदान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

एआई से बनी फोटो (credit- grok)

पाकिस्तान: जहां बचपन से ही भरा जाता है बच्चों के दिमाग में हिंदुओं के प्रति जहर और वह भी किताबों के जरिये

Operation sindoor

भारत और पाकिस्तान के DGMO के बीच हुई वार्ता, जानें क्या रहे मुद्दे

प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन

“ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है”, राष्ट्र के नाम PM मोदी के संबोधन की मुख्य बातें

PM मोदी का कड़ा संदेश: आतंक के खिलाफ भारत की नीति ऑपरेशन सिंदूर, पानी और खून साथ नहीं बहेगा, Pak से बात होगी तो POK पर

Operation sindoor

‘I Love India’ राफेल पर फ्रांस की गूंज से थर्राया पाकिस्तान! ऑपरेशन सिंदूर को मिला अंतरराष्ट्रीय समर्थन

बांग्लादेशी मूल की अंबिया बानो ने काशी में सनातन धर्म स्वीकार किया

लंदन में पली-बढ़ी बांग्लादेशी मुस्लिम महिला ने काशी में अपनाया सनातन धर्म, गर्भ में मारी गई बेटी का किया पिंडदान

प्रतीकात्मक तस्वीर

पाकिस्तान की हिरासत में भारतीय महिला पायलट का फर्जी वीडियो वायरल, ये है पूरी सच्चाई

ट्रोलर्स का घृणित कार्य, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और उनके परिवार की कर रहे ट्रोलिंग, महिला आयोग ने की निंदा

Indian army press breafing

भारतीय सेना ने पाकिस्तान को दिखाया आईना, कहा- हम अगले मिशन के लिए हैं तैयार

प्रतीकात्मक तस्वीर

पकिस्तान का भारतीय एयरफील्ड तबाह करने का दावा भी निकला फर्जी, वीडियो का 5 सेकंड का एडिट हिस्सा सबूत के तौर पर दिखाया

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies