उत्तराखंड के उधमसिंह नगर जिले में उत्तर प्रदेश के बरेली रामपुर जिलो के बॉर्डर पर सुनियोजित ढंग से एक साजिश के तहत मुस्लिम आबादी को बसाया जा रहा है। मुस्लिम कॉलोनी का प्रचार करके प्लॉट बेचे जा रहे हैं। मामले सामने आने पर जिला विकास प्राधिकरण ने जांच शुरू कर दी है।
पिछले कुछ समय से उत्तराखंड राज्य में मुस्लिम आबादी तेजी से बढ़ने के आंकड़े आ रहे हैं। असम के बाद उत्तराखंड ऐसा राज्य है, जहां मुस्लिम आबादी में इजाफा हुआ है। उत्तराखंड के उधमसिंह नगर में पिछले 20 सालों में दो गुना से ज्यादा की वृद्धि हुई है। जिले की कुल आबादी में 35 प्रतिशत मुस्लिम आबादी हो जाने से सामाजिक-राजनीतिक हालात बदलने के अंदेशे से सरकार चिंता में है।
हाल ही में उधमसिंह नगर जिले से लगे यूपी के रामपुर जिले के बॉर्डर पर लालपुर गांव में एक कॉलोनी में मुस्लिमो के लिए प्लॉट खरीदने के प्रचार की तरफ हिन्दू संगठनो की नजर गई।
बैनर और पोस्टर भी लगे
जानकारी मुताबिक बरेली और रामपुर जिलों में ये प्रचार, स्थानीय अखबारों में प्रकाशित करके और पैम्फेल्ट्स के जरिए मुस्लिम समुदाय में पहुंचाया गया। रामपुर जिले में इसके बड़े-बड़े बैनर और पोस्टर लगे दिखाई दिए है। बुकिंग केवल मुस्लिमो के लिए और आसान किश्तों के ऑफर के साथ प्लॉट्स बेचे जा रहे है।
इस नियम का उठा रहे फायदा
उत्तराखंड में बाहरी प्रदेश के व्यक्ति 3000 वर्ग फिट तक जमीन बिना किसी अनुमति के ले सकते हैं। इस नियम का फायदा उठाते हुए बड़ी संख्या में यूपी से लगे जिलों की मुस्लिम आबादी उत्तराखंड के मैदानी जिलो में आकर बसने लगी है। ऐसा भी अंदेशा है कि सुनियोजित तरीके से षड्यंत्र के तहत मुस्लिम आबादी यहां बसाई जा रही है।
प्राधिकरण की अनुमति जरूरी
लालपुर रुद्रपुर में बन रही इस कॉलोनी के बारे में जिला विकास प्राधिकरण को भनक तक नहीं लगी, जबकि नियमानुसार कॉलोनी को पहले प्राधिकरण से अनुमति के बाद ही उसके प्लॉट्स को बेचा जा सकता है। प्लॉट बेचने वाले भी तरकीब निकालते हैं और वे छोटे-छोटे प्लॉट कृषि भूमि के काटकर मुस्लिमों को बेच रहे हैं। इस मामले में जब शोर-शराबा हुआ तो प्रशासन अब जांच की बात कर रहा है।
बड़ी साजिश की ओर संकेत
बीजेपी के पूर्व सांसद बलराज पासी कहते हैं कि उत्तराखंड में डेमोग्राफिक बदलाव पर सरकार शासन और प्रशासन को मिलकर सोचना चाहिए। उधमसिंह नगर में मुस्लिम आबादी का इस तरह बसना या बसाना एक बड़ी साजिश है, जिस पर विस्तृत जांच होनी चाहिए। हम ऐसी कॉलोनियों का विरोध करते हैं। उधम सिंह नगर जिला विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष हरीश कांडपाल ने कॉलोनी के बारे में सभी दस्तावेज तलब किए हैं। उनका कहना है कि सम्प्रदाय विशेष के नाम पर कॉलोनी बनाने या प्लॉट बेचने का किसी को अधिकार नहीं है।
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