उत्तराखंड में दो दिन की बारिश के बाद आपदा प्रभावित क्षेत्रों में मदद पहुंचाने के काम में सहयोग के लिए सेना को बुलाया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को भी आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। देर शाम आपदा के जायजा लेने के लिए गृह मंत्री अमित शाह उत्तराखंड पहुंचे। नैनीताल जिले में बारिश से सड़कें बह गई हैं। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में मदद पहुंचाने के लिए हल्द्वानी से सेना के 100 जवानों को लगाया गया। 14 डोगरा रेजिमेंट के जवानों और अधिकारियों ने रामगढ़ ब्लॉक में उन स्थानों पर जाकर रसद पहुंचाई, जहां गाड़ियों से जाना मुश्किल था। सेना के जवानों ने कैंची भवाली मार्ग को भी खोलने के काम मे सहयोग किया।
मृतकों की संख्या 51 हुई
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने रामगढ़ खटीमा, सितारगंज और चंपावत में जाकर आपदा प्रभावित परिवारों से बात की। कहीं पैदल तो कहीं ट्रैक्टर से गए। पंतनगर में उन्होंने बताया कि हालात नियंत्रण में हैं और बचाव के कार्यों में सेना और अर्धसैनिक बल भी सहयोग कर रहे हैं। सेना के तीन हेलीकॉप्टर बुधवार को भी लापता लोगों की खोज में लगे रहे। पांच शव और बरामद हुए। राज्य में आयी आपदा में मृतकों की संख्या 51 हो गयी है। उत्तरकाशी हिमालय क्षेत्र में 8 ट्रैकर्स और तीन सेना के पोटर्स लापता हैं, जिनकी खोज में एसडीआरएफ की टीम भेजी गई है। कुमाऊं मंडल में अभी भी 6 लोग लापता हैं, जिनकी खोज की जा रही है।
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