कुछ लोग या संस्थान भारत सरकार के नाम पर कैसी—कैसी धांधली करते हैं, इसका एक उदाहरण हरियाणा के मेवात में मिला है। वहां के कुछ इलाकों में बांटे गए एक पर्चे की चर्चा इन दिनों खूब हो रही है। इस पर्चे पर लिखा है कि प्लंबर सुपरवाइजर, प्लंबर टेक्नीशियन और कंप्यूटर हार्डवेयर और साफ्टवेयर का प्रशिक्षण प्राप्त करें और वह भी बिना कोई शुल्क। यह भी लिखा है कि भारत सरकार से मान्यता प्राप्त ये सारे कोर्स एक साल के हैं और कोर्स पूरा करने के बाद नौकरी का अवसर भी मिलेगा। इसके साथ ही इस पर्चे पर यह भी लिखा है, ''ये कोर्स केवल मुस्लिम बच्चों के लिए हैं।'' पर्चे पर यह भी लिखा है कि विशेष जानकारी के लिए निक्की मॉडल स्कूल, पिनगवां, नूंह से संपर्क कर सकते हैं।
पर्चे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चित्र भी छपा है और एक किनारे पर अंग्रेजी में नेशनल स्कील डवलेपमेंट कारपोरेशन यानी एनएसडीसी भी लिखा है। इसे ही हिंदी में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम कहा जाता है। इसके अंतर्गत भारत सरकार के संबंधित विभाग से मान्यता लेकर देश के लाखों संस्थान व्यावसायिक कोर्स कराते हैं। इसका लाभ कोई भी उठा सकता है, लेकिन कोई संस्थान यह नहीं लिख सकता है, ''केवल मुस्लिम बच्चों के लिए।'' फिर निक्की मॉडल स्कूल ने ऐसा क्यों लिखा! यह जानने के लिए उसके मालिक अंजुम से बात करने की कोशिश की, लेकिन हो नहीं पाई।
उल्लेखनीय है कि मेवात हरियाणा का एक मात्र मुस्लिम—बहुल इलाका है। यह क्षेत्र हर तरह के अपराध के लिए कुख्यात है।
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