बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों को उन्मादी मुस्लिमों द्वारा तहस-नहस करने को लेकर स्थानीय हिन्दू समुदाय में आक्रोष उबल ही रहा है कि वहां नोआखली के इस्कॉन मंदिर में कट्टरपंथियों की बर्बरता और षड्यंत्री हरकतों ने उस आक्रोश को नए सिरे से बढ़ा दिया है। कट्टर मजहबी तत्वों ने न सिर्फ मंदिर को क्षति पहुंचाई, पूजा सामग्री को भ्रष्ट किया, प्रतिमाओं को ध्वस्त किया बल्कि श्रद्धालुओं से मारपीट भी की। दुर्गा पूजा पंडालों और इस्कॉन मंदिर पर हुए इन जिहादी हमलों ने साफ जता दिया है कि जमाते इस्लामी के उन्मादी तत्व किस कदर हिन्दू समुदाय को निशाना बनाने की ठान चुके हैं।
बांग्लादेश के नोआखाली इलाके में इस्कॉन मंदिर पर हमला करके 200 से अधिक कट्टर मुस्लिमों की भीड़ ने इस्कॉन से जुड़े एक भक्त पार्थ दास की बर्बरतापूर्ण हत्या कर दी है। मंदिर में जबरदस्त तोड़फोड़ की गई है।
उल्लेखनीय है गत तीन दिन के दौरान बांग्लादेश के विभिन्न दुर्गा पूजा पंडालों पर हुए जिहादी हमलों के बाद देश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने हिंदुओं और मंदिरों की सुरक्षा करने के दावे किए थे, लेकिन इसके बावजूद इस्कॉन मंदिर की घटना बताती है कि हिंदू मंदिरों पर जिहादियों की तिरछी नजर बनी हुई है। नहीं तो क्या वजह है कि दुर्गा पूजा पंडालों में तोड़फोड़ होने के चंद घंटों बाद ही, 15 अक्तूबर को नोआखाली में इस्कॉन मंदिर पर हमला बोला गया! कट्टरपंथी जिहादियों ने इस्कॉन मंदिर में मौजूद भक्त पार्थ दास की जिस बेरहमी से हत्या की है वह उनके साजिशी इरादों को साफ करने के लिए काफी है। घटना के बाद इस्कॉन द्वारा जारी किए गए एक बयान के अनुसार, भक्त पार्थ दास की मृत देह मंदिर के निकट ही तालाब में पाई गई है।
बयान के माध्यम से इस्कॉन संस्था ने देश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार की है कि हिंदुओं की सुरक्षा की जाए। आक्रोशित हिन्दू समुदाय ने दोनों ही घटनाओं के अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग भी की है। इस्कॉन संस्था के सदस्य राधारमण दास ने ट्वीट में लिखा है कि 'पार्थ दास कल से लापता थे, आज सुबह उनका शव तालाब में तैरता मिला है। उन्हें बुरी तरह से मारा गया था, यही नहीं बेरहमी की तमाम हदें पार करते हुए शरीर के अंग काटे गए थे।'
पार्थ दास की उम्र 25 साल थी और भगवान की भक्ति में तल्लीन रहते थे। सूत्रों के अनुसार, हमले में इस्कॉन मंदिर को काफी नुकसान पहुंचा है। जिहादियों ने मंदिर के सामने बने दुर्गा पूजा पंडाल को भी तोड़ डाला। उससे पहले दो दिन तक मजहबी उन्मादियों ने चांदपुर के हाजीगंज, चट्टोग्राम के बंशखली तथा कॉक्स बाजार के पेकुआ में हिंदू मंदिरों और दुर्गा पूजा पंडालों पर हमले बोलकर जबरदस्त हिंसा मचाई थी।
ताजा समाचारों के अनुसार, प्रधानमंत्री शेख हसीना के आदेश पर 22 जिलों में अर्धसैनिक बल तैनात किये गये हैं। प्रधानमंत्री ने देश में सामाजिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों को सख्त चेतावनी दी है। शेख हसीना ने कोमिला में सांप्रदायिक हिंसा के दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने का वादा किया है।
इस्कॉन संस्था के सदस्य राधारमण दास ने ट्वीट में लिखा है कि 'पार्थ दास कल से लापता थे, आज सुबह उनका शव तालाब में तैरता मिला है। उन्हें बुरी तरह से मारा गया था, यही नहीं बेरहमी की तमाम हदें पार करते हुए शरीर के अंग काटे गए थे।' सूत्रों के अनुसार, हमले में इस्कॉन मंदिर को काफी नुकसान पहुंचा है।
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