विधायक की शिकायत पर डीएम अवधेश कुमार ने काम रुकवा दिया है।
सहारनपुर के केंदुकी गांव में बन रही जमीयत ए उलेमा हिन्द की बिल्डिंग का गांव वालों ने भारी विरोध किया है। विधायक की शिकायत पर डीएम अवधेश कुमार ने काम रुकवा दिया है। जमीयत के अध्यक्ष मौलाना मदनी का कहना है कि ये मदरसा नहीं है बल्कि स्काउट ट्रेनिंग सेंटर है।
अक्सर विवादों में घिरे रहने वाले जमीयत ए उलमा हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मदनी ने बिना किसी सरकारी अनुमति के कुदकी गांव में इमारत बनवानी शुरू कर दी।
गांव वालों को जब पता चला कि ये इमारत एक मदरसे की है तो वो विरोध पर उतर आए और उन्होंने इस बारे में विधायक से शिकायत की। विधायक ब्रजेश सिंह ने इस बारे में डीएम अवधेश सिंह को अवगत कराया। डीएम ने मौके पर एसडीएम राकेश कुमार को भेजा तो मालूम चला कि इमारत बिना नक्शे के, बिना किसी सरकारी अनुमति के बन रही है।
विवाद बढ़ता देख, मौलाना मदनी और दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना कासिम नौमानी ने बयान जारी कर कहा कि ये मदरसा नहीं बल्कि स्काउट गाइड ट्रेनिंग सेंटर खुल रहा है,जहां बच्चों को ट्रेनिंग दी जाएगी। इसकी अनुमति दिल्ली से स्काउट गाइड संस्था से ली गयी है।
जमीयत उलेमा हिन्द का स्काउट ट्रेनिंग सेंटर बनाये जाने का ये बयान किसी के गले नहीं उतर रहा। प्रशासन का कहना है कि किसी भी भवन निर्माण के लिए संस्था को नक्शा पास करवाना और जिला प्रशासन से अनुमति लेना एक जरूरी नियम है। एसडीएम राकेश कुमार ने कहा है कि फिलहाल निर्माण कार्य रुकवा दिया है और जमीयत से जमीन संबधी दस्तावेज अपने कार्यालय में प्रस्तुत करने का नोटिस दिया है।
गांव के नागरिक महेश कुमार का कहना है कि स्काउट ट्रेनिंग सेंटर का नाम आगे कर मदनी अपनी करतूतों को छुपा नहीं सकते। ये मदरसे की इमारत बन रही है, जिसे हम बनने नहीं देगें।
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