यूपी एटीएस द्वारा हिरासत में लिए गए मौलाना कलीम सिद्दीकी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। हिन्दुओं का कन्वर्जन कराने के आरोपों से घिरे मौलाना कलीम के खिलाफ नितिन पन्त ने भी सहारनपुर पुलिस में तहरीर दी है।
दिनेश मानसेरा
यूपी एटीएस द्वारा हिरासत में लिए गए मौलाना कलीम सिद्दीकी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। हिन्दुओं का कन्वर्जन कराने के आरोपों से घिरे मौलाना कलीम के खिलाफ नितिन पन्त ने भी सहारनपुर पुलिस में तहरीर दी है। नैनीताल के मूल निवासी नितिन ने मौलाना कलीम के खिलाफ दी अपनी तहरीर में ये बयां किया है कि कैसे उसने प्रताड़ित कर, डरा—धमकाकर अली हसन बनाया और उसे हिन्दू लड़कियों को फंसा कर मुस्लिम बनाने के अभियान में लगाया।
नितिन ने पुलिस को बताया कि वह राजस्थान में भिवाड़ी में काम की तलाश में था, जहां इम्तियाज अली के संपर्क में आया। इम्तियाज उसे मदरसे ले गया। जहां 6 साल तक रहा। यहीं उसे डरा—धमकाकर अली हसन बनने पर मजबूर किया गया। बाद में उसे मुज्जफरनगर में मौलाना कलीम के अडृडे पर भेज दिया गया। यहां मौलाना ने उसे हिन्दू लड़कियों को फंसाकर मुस्लिम बनाने और बदले में उन्हें अरब देशों में नौकरियों के लालच देने का काम दिया गया। नितिन बताते हैं कि उसे एक मदरसे में ज्यादा दिन नहीं टिकने दिया जाता था। इसी बीच रामपुर स्थित मनिहारन कस्बे के मदरसे से वह एक दिन भाग निकला और सहारनपुर बालाजी घाट पर जाकर विश्व अखाड़ा परिषद के महंत रामदास और निपुण भारद्वाज के पास आकर रहने लगा। इन्होंने मुझे वापस हिन्दू धर्म में लाने के लिए शुद्धिकरण किया।
अब नितिन पंत की तहरीर के बाद सहारनपुर पुलिस ने ये जानकारी यूपी एटीएस से साझा की है। एडीजी प्रशांत कुमार के मुताबिक मौलाना कलीम के खिलाफ हर एंगल से जांच की जा रही है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कलीम और उमर गौतम के मदरसों के बीच हुए बैंक खातों के लेनदेन, विदेशों और देश से हुई फंडिंग के बारे में एटीएस जांच कर रही है। पुलिस ने मुजफ्फरनगर, मेरठ और अन्य स्थानों पर मौलाना कलीम के जामिया इम्माम वलीउल्लाह इस्लामिया मदरसों को अपने सर्च ऑपरेशन में शामिल कर लिया है। मौलाना के करीबी लोग भूमिगत हो गए हैं। यहां पढ़ने वाले छात्र घरों को चले गए हैं। मेरठ पुलिस ने मौलाना के करीबी हफीज इदरीस को हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है।
मेरठ पुलिस ये भी जांच कर रही है कि पिछले छह महीनों में मौलाना ने कहां कहां बैठके की।
पिछले 3 महीने में मेरठ ज़ोन में 6 मामले जिनमे 3 मेरठ जिले के है,धर्मान्तरण के दर्ज हुए है।जोकि पुलिस के लिए सिरदर्द बन गए है।
मौलाना कलीम सिद्दीकी पर एटीएस ने ऐसे ही फंदा नही डाला उसके पास पर्याप्त सबूत होते है तभी वो अपनी जांच पड़ताल शुरू करती है।
सूत्र बताते है कि ऊंची पहुंच और शराफत विद्वान का चौला ओढ़ कर मौलाना कलीम सिद्दीकी की सोच मुगलो और तालिबानी जैसी है जोकि बड़े पैमाने पर मुस्लिम धर्म के प्रचार प्रसार धर्मान्तरण मामलो से मिल रही फंडिंग पर काम कर रहा था।
टिप्पणियाँ