"कुछ संस्कार जन्म से और कुछ सत्संग से प्राप्त होते हैं"
May 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

“कुछ संस्कार जन्म से और कुछ सत्संग से प्राप्त होते हैं”

by WEB DESK
Sep 21, 2021, 12:47 pm IST
in भारत, संघ, दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail
हमारे जीवन में तीन तत्वों का महत्व है–विचार, आचार और संस्कार. विचार व आचार नदी के किनारों के समान हैं. इस पर संस्कार पुल का काम करता है. संस्कार आस्था का विषय है, अच्छे आचार, अच्छे विचार से व्यक्ति के संस्कार बदले जा सकते हैं.


हमारे जीवन में तीन तत्वों का महत्व है–विचार, आचार और संस्कार. विचार व आचार नदी के किनारों के समान हैं. इस पर संस्कार पुल का काम करता है. संस्कार आस्था का विषय है, अच्छे आचार, अच्छे विचार से व्यक्ति के संस्कार बदले जा सकते हैं. उक्त बात आचार्यश्री महाश्रमण जी कही। वे गत दिनों राजस्थान स्थित भीलवाड़ा के तेरापंथ नगर, आदित्य विहार में चातुर्मास प्रवास के दौरान धर्म सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भगवत् गीता में अर्जुन श्री कृष्ण संवाद को स्मरण करते हुए कहा कि दुनिया में पाप बढ़ने के दो ही कारण हैं—काम और क्रोध. जिसके कारण व्यक्ति पाप की ओर अग्रसर होता है. मनुष्य राग, द्वेष, काम, क्रोध को नियंत्रित कर मनुष्यत्व की ओर बढ़ कर अपने पतन से बचाव कर सकता है. जीवन में स्वाध्याय के कारण ही हमारा संस्कार उच्च होता है, यह निरंतर अभ्यास से ही संभव है.

यदि अच्छे विचारों का प्रभाव संपूर्ण देश में फैलता है तो देश का गौरव पूरे विश्व में फैलता है. सचाई और अच्छाई जहां से मिले, जिस माध्यम से मिले, जिस तरीके से मिले हमें उसे ग्रहण करना चाहिए. धर्म सभा में मुख्य रूप से उपस्थित थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गुरु का सान्निध्य व आशीर्वाद पाकर शिष्य गुरु से दो कदम आगे बना रह सकता है, इसका प्रयास गुरु द्वारा किया जाता है. आचार्य श्री का कार्यक्षेत्र आध्यात्मिक है जो सभी बातों का आधार है.

हमारा कार्य क्षेत्र मुख्यतः भौतिक संसार है. संसार में एक दूसरे के साथ आत्मीयता महत्वपूर्ण है.एक दूसरे की सहायता करते हुए आगे बढ़ना यह कार्य है धर्म का. सनातन धर्म में हम सब एक दूसरे के दुश्मन नहीं हैं, हमारा सब का नाता आपस में भाई का है. जो मेरे लिए अच्छा है, वह दूसरों के लिए भी अच्छा है. जो मुझे अच्छा नहीं लग रहा, वह दूसरों को भी अच्छा नहीं लगेगा. इससे मन में करुणा उत्पन्न होती. अहिंसा अस्तेय का विचार हमारे यहां सर्वत्र है. मन को अगर हमने सही दिशा में लगाया तो वह पूर्ण शक्ति के साथ वाणी विचार और दर्शन में प्रकट होगा. कुछ संस्कार जन्म से प्राप्त होते हैं, कुछ संस्कार सत्संग से प्राप्त होते हैं.

उन्होंने कहा कि गुरु अथवा किसी को अगर कुछ परिवर्तन करवाना है तो उसको उसी प्रकार बन करके इस समाज जीवन में रहना पड़ता है जैसा वह अन्य व्यक्तियों से करवाना चाहता है. गुरु को अपने शिष्यों से दो कदम आगे रहकर उन सब सद्गुणों में अपने को एक आदर्श रूप में प्रस्तुत करना होता है. शिष्य को भी लगे की गुरु के सान्निध्य में मैं खड़ा हूं तो मेरे सिर पर उनका हाथ है.

मैं पहले से कुछ ऊंचा उठ रहा हूं. अपने कारण दूसरों को कष्ट नहीं हो, यही आचार है. यह आचार बनता कैसे हैं, अपने जीवन में छोटे-छोटे आचरणों में ही आचार बनता है. उत्तम आचार के लिए अपनी छोटी-छोटी बातों को आदतों में लाना इसे सरलता से अपने जीवन में उतारना, अगर यह प्रारंभ हुआ तो आचरण में आचार आ जाएगा. वह व्यक्ति सतपथ पर जाने अनजाने में भी बढ़ता रहता है. माता की अगर पुत्र से ममता है तो पुत्र हमेशा माता से जुड़ा रहता है.

श्री भागवत ने कहा कि आज दुनिया में पहली समस्या है संस्कारों की. इसके लिए मैं कितना मजबूत हूं, दुनिया में चलने वाले सभी प्रपंच मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते, इसके लिए स्वयं को मजबूत होना पड़ेगा. बच्चों को जो सही है वह बताना पड़ेगा. अच्छा सुनना, अच्छा देखना, अच्छा पहनना, यही संस्कारों की सीढ़ी है. मेरा परिवार आचरण का केंद्र बने ऐसा प्रयास समाज को करना पड़ेगा।

Follow Us on Telegram
 

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

awami league ban in Bangladesh

बांग्लादेश में शेख हसीना की अवामी लीग की गतिविधियां प्रतिबंधित: क्या इस्लामिक शासन की औपचारिक शुरुआत?

Posters in Pulvama for Pahalgam terrorist

पहलगाम आतंकी हमला: हमलावरों की सूचना देने पर 20 लाख रुपये का इनाम, पुलवामा में लगे पोस्टर

जैसलमेर में मार गिराया गया पाकिस्तानी ड्रोन

ऑपरेशन सिंदूर : थार का प्रबल प्रतिकार

अमृतसर में खेत में मिला मिसाइल का टुकड़ा

आपरेशन सिंदूर : हमले में संभला पंजाब

Uttarakhand MoU between army and pant university for milets

उत्तराखंड: सेना और पंत विश्व विद्यालय के बीच श्री अन्न को लेकर एमओयू

Punjab liquor death case

पंजाब में नकली शराब का कहर, अब तक 14 लोगों की गई जान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

awami league ban in Bangladesh

बांग्लादेश में शेख हसीना की अवामी लीग की गतिविधियां प्रतिबंधित: क्या इस्लामिक शासन की औपचारिक शुरुआत?

Posters in Pulvama for Pahalgam terrorist

पहलगाम आतंकी हमला: हमलावरों की सूचना देने पर 20 लाख रुपये का इनाम, पुलवामा में लगे पोस्टर

जैसलमेर में मार गिराया गया पाकिस्तानी ड्रोन

ऑपरेशन सिंदूर : थार का प्रबल प्रतिकार

अमृतसर में खेत में मिला मिसाइल का टुकड़ा

आपरेशन सिंदूर : हमले में संभला पंजाब

Uttarakhand MoU between army and pant university for milets

उत्तराखंड: सेना और पंत विश्व विद्यालय के बीच श्री अन्न को लेकर एमओयू

Punjab liquor death case

पंजाब में नकली शराब का कहर, अब तक 14 लोगों की गई जान

Uttarakhand High level meeting by Chief secretory

उत्तराखण्ड आपदा प्रबंधन: साइबर वॉरफेयर और फेक न्यूज पर कड़ी निगरानी के निर्देश

Delhi journalist association

सीएम ने दिया NUJ और DJA को संकल्प पत्र में पत्रकारों के हित में किए वादे पूरे करने का भरोसा

Virat Kohli Anushka Sharma Pramanand Maharaj

संन्यास के बाद वृंदावन पहुंचे विराट कोहली और अनुष्का शर्मा: प्रेमानंद महाराज से मिले, भक्ति और धैर्य की सीख ली

शोकाकुल लक्ष्मी के परिजन

Jabalpur: अब्दुल ने की लक्ष्मी की हत्या, चाकू से रेता गला 

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies