हरियाणा के मुस्लिम—बहुल जिले मेवात में मनोज नामक एक युवक ने उन मौलानाओं के विरुद्ध पुलिस में शिकायत की है, जिन्होंने उसे पैसे के लालच में मुसलमान बनने के लिए बाध्य किया था। मनोज के इस साहस की बड़ी प्रशंसा हो रही है। शायद मनोज पहला ऐसा पीड़ित है, जिसने कन्वर्जन कराने वाले मौलानाओं के विरुद्ध मोर्चा खोला और पुलिस ने कार्रवाई भी की
—वेब डेस्क
मेवात में वर्षों से हिंदू प्रताड़ित हो रहे हैं। वहां लव जिहाद, जमीन जिहाद, हिंदुओं के साथ मारपीट जैसी घटनाएं होती रहती हैं। हिंदुओं को मुसलमान बनाने का काम तो चरम पर है। इस कारण वहां से लगभग 90 प्रतिशत हिंदू पलायन कर चुके हैंं। जो बचे हैं, उन्हें भी लोभ—लालच से मुसलमान बनने के लिए मजबूर किया जा रहा है। नूंह के पास बारोटा गांव के मनोज के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था। अप्रैल, 2020 में कोरोना के कारण जब पूरा भारत बंद था, तब मनोज को कुछ कट्टरवादियों ने पैसे का लालच देकर मुसलमान बना लिया और उसका नाम अनस रख दिया। इसके बाद उसे दूसरे हिंदू युवाओं को मुसलमान बनाने के काम में लगा दिया गया। इसी दौरान उसे गोमांस खाने के लिए बाध्य किया जाता और ऐसा न करने पर उसके साथ मारपीट की जाती रही। कुछ दिन पहले मनोज उनके चंगुल से छूटा तो उसने नूंह के पुलिस अधीक्षक को एक आवेदन दिया। उसमें उसने बताया है कि वह गांव सलंबा के अबू बकर के संपर्क में आया था। उसने तावड़ूू निवासी मौलाना दिलशाद, खड़खड़ी निवासी मौलाना मुबीन और मास्टर सोहराब से मिलाया था। इन लोगों ने उसे अप्रैल, 2020 में जबरन मुसलमान बना दिया। अप्रैल, 2021 में किसी तरह वहां से निकल कर अपने घर लौटा तो कुछ लोग मेरे घर पहुुंच गए और मेरे साथ मारपीट की। इन लोगों से मेरी जान को खतरा है। इसके साथ ही उसने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई है कि वे सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। ये लोग लोभ—लालच देकर हिंदुओं को मुसलमान बनाने के काम में लगे हैं। उसकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने अबू बकर को गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले शिकायत मिलने पर भी पुलिस कोई कार्रवाई करने से बचती थी। इससे लोग शुभ संकेत मान रहे हैं।
यह भी हो सकता है कि इन दिनों विश्व हिंदू परिषद ने मेवात को लेकर एक विशेष अभियान चला रखा है। कुछ दिन पहले ही पूरे हरियाणा से विश्व हिंदू परिषद के लगभग 1,000 कार्यकर्ता मेवात पहुंचे थे और उन्होंने जनजागरण किया था। इससे पहले अप्रैल महीने में एक विशाल हिंदू पंचायत हुई थी। उसमें उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा के हजारों लोग शामिल हुए थे। पंचायत में लोगों ने घोषणा की थी कि अब मेवात में जिहादी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शायद यही कारण है कि अब पुलिस इन मामलों को गंभीरता से लेने लगी है।
टिप्पणियाँ