नरेंद्र मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने संस्कृत में शुभकामना संदेश भेजा

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2014 से पहले प्रधानमंत्री कार्यालय यानी पीएमओ हिंदी में लिखे गए पत्रों का उत्तर भी अंग्रेजी में ही देता था, लेकिन अब यही पीएमओ संस्कृत भाषा में भी पत्रोत्तर देने लगा है। यही नहीं, पीएमओ से भेजे गए पत्रों में अब अंग्रेजी तिथि से पहले शक संवत् की तिथि डाली जाती है। यह सब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को अन्य प्रधानमंत्रियों से अलग करता है।


इन दिनों प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा भेजे गए एक शुभकामना संदेश की बड़ी प्रशंसा हो रही है। उन्होंने यह शुभकामना संदेश संस्कृत संवर्धन प्रतिष्ठानम् के न्यासी सचिव श्री चमू कृष्ण शास्त्री को भेजा है। उल्लेखनीय है कि इन दिनों संस्कृत सप्ताह मनाया जा रहा है। 19 अगस्त से शुरू हुआ यह सप्ताह 25 अगस्त को समाप्त होगा। इसी के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 18 अगस्त को शुभकामना संदेश भेजा है। इसमें उन्होंने कहा है कि संस्कृत भाषा संस्कृति और सभ्यता को बढ़ाने वाली है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि हमारे जीवन के हर क्षेत्र का ज्ञान संस्कृत साहित्य में समाहित है। यह भाषा भारतीय ज्ञान, विज्ञान, संस्कृति, संस्कार, दर्शन, मूल्य की वाहिका है। उन्होंने यह भी लिखा है कि विश्व की अनेक भाषाओं का आधार संस्कृत है।
श्री चमू कृष्ण शास्त्री के अनुसार श्री नरेंद्र मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने संस्कृत में शुभकामना संदेश भेजा है।  

अब प्रधानमंत्री कार्यालय में एक और बदलाव दिख रहा है। वह है वहां से भेजे गए पत्रों में तिथि का क्रम बदलना। पहले पत्रों में केवल अंग्रेजी तिथि हुआ करती थी। किसी—किसी पत्र में अंग्रेजी तिथि के साथ—साथ शक संवत् की तिथि डाली जाती थी और वह भी अंग्रेजी तिथि के नीचे। लेकिन अब समय बदल गया है। अब शक संवत् की तिथि पहले होती है और बाद में अंग्रेजी तिथि होती है।

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