उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (यूपी एटीएस) ने एक हजार से अधिक हिंदुओं का कन्वर्जन कराने वाले जिहादी उमर गौतम के एक और साथी फराज शाह को महाराष्ट्र के यवतमाल से गिरफ्तार किया है
उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (यूपी एटीएस) ने एक हजार से अधिक हिंदुओं का कन्वर्जन कराने वाले जिहादी उमर गौतम के एक और साथी फराज शाह को महाराष्ट्र के यवतमाल से गिरफ्तार किया है। इस दौरान पूछताछ में उससे कन्वर्जन के संजाल से जुड़े कुछ अन्य लोगों के बारे में अहम जानकारियां मिली हैं। खबरों की मानें तो कन्वर्जन कराने वाले गिरोह की जड़ें महाराष्ट्र में बेहद गहरी हैं। वहां बड़े पैमाने पर हिन्दुओं का कन्वर्जन कराया जा रहा है।
बता दें कि फराज शाह ने एमबीबीएस किया था और अपने घर के पास ही क्लीनिक का संचालन करता था। वह क्लीनिक से भी कन्वर्जन से जुड़ी गतिविधियों को चला रहा था। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि यवतमाल के पूसद कस्बे से आरोपित डा.फराज शाह को रविवार रात गिरफ्तार किया गया और टीम सोमवार शाम लखनऊ पहुंची और यहां विशेष कोर्ट में पेश किया। पुलिस अब उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है। एडीजी का कहना है कि फराज नागपुर (महाराष्ट्र) से गिरफ्तार किए गए रामेश्वर कांवरे उर्फ एडम, कौसर आलम व भूप्रिय बंदो उर्फ डा.अर्सलान का सक्रिय साथी रहा है। वह मुख्य आरोपित उमर गौतम के भी सीधे संपर्क में था। एडम व उसके साथियों के साथ मिलकर महाराष्ट्र के कई जिलों में साजिश के तहत बड़ी संख्या में कन्वर्जन कराया है।
लोगों को भड़काता फराज
फराज लोगों को कन्वर्जन के लिए उकसाता था। उसके तार अवैध कन्वर्जन के लिए विदेश से हो रही फंडिंग से भी जुड़े रहे हैं। शुरुआती पूछताछ में फराज ने एडम के सीधे संपर्क में रहे महाराष्ट्र के कई और युवकों के बारे में जानकारियां साझा की हैं। आइजी एटीएस जीके गोस्वामी का कहना है कि नागपुर से पकड़े गए एडम व उसके साथियों से पूछताछ में फराज के बारे में जानकारी मिली थी। जिसके बाद से एटीएस उसके बारे में छानबीन कर रही थी। एडम व अर्सलान के साथ वह उमर गौतम के कार्यक्रमों में भी शामिल हुआ था।
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