विधान सभा चुनाव के बाद से बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या और उन पर होते हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी कड़ी में गत मंगलवार को राज्य के अलग-अलग हिस्सों से भाजपा के दो कार्यकर्ताओं के शव मिलने के बाद पार्टी ने आरोप लगाया कि टीएमसी के संरक्षण प्राप्त अपराधियों ने इनकी हत्या की है
विधान सभा चुनाव के बाद से पश्चिम बंगाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या और उन पर होते हमले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। इसी कड़ी में गत मंगलवार को राज्य के अलग-अलग हिस्सों से भाजपा के दो कार्यकर्ताओं के शव मिलने के बाद पार्टी ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से संरक्षण प्राप्त अपराधियों ने इनकी हत्या की है।
हालांकि टीएमसी ने इस आरोप से पल्ला झाड़ा है। पुलिस के अनुसार भाजपा कार्यकर्ता इंद्रजीत सूत्रधार का शव बीरभूम जिले के खोइरासोल में एक सुनसान इमारत में कमरे की छत से लटका पाया गया और उनके हाथ पीछे से बंधे हुए थे। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह मामला हत्या का लग रहा है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही सही कारण का पता चल सकेगा। जबकि स्थानीय भाजपा नेता सूत्रधार की हत्या के पीछे टीएमसी के गुंडों का हाथ बता रहे हैं।
इसी तरह मेदिनीपुर के एक अन्य कार्यकर्ता तपन खटुआ का शव तालाब से निकाला गया। खटुआ के परिजनों ने उनकी मौत के लिए टीएमसी को जिम्मेदार ठहराया है।
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