केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हाल में प्रकाशित मीडिया रपटों को गलत और तथ्यों से परे बताया है। इन रपटों में कहा गया था कि सरकार जुलाई तक 50 करोड़ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाएगी।
केंद्र सरकार ने उन मीडिया रपटों को खारिज किया है, जिसमें दावा किया गया था कि जुलाई के अंत तक सरकार 50 करोड़ कोरोना वैक्सीन की खुराक का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाएगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मीडिया ने रपटों में गलत और तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया है। साथ ही, कहा कि जनवरी से 31 जुलाई तक 51.60 करोड़ से अधिक वैक्सीन खुराक की आपूर्ति की जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि हाल की मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि जुलाई के अंत तक देश कोविड-19 वैक्सीन की 50 करोड़ खुराक देने के लक्ष्य से चूक जाएगा, जबकि सरकार ने मई में कहा था कि वह इस माह के अंत तक 516 मिलियन यानी 51.60 करोड़ वैक्सीन खुराक उपलब्ध कराएगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ‘‘ये रिपोर्ट गलत हैं और स्पष्ट रूप से तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है।’’ बयान में कहा गया है कि 51.60 करोड़ वैक्सीन खुराक के आंकड़े विभिन्न स्रोतों से लिए गए होंगे, जो जनवरी से जुलाई अंत तक वैक्सीन की खुराक की संभावित उपलब्धता के बारे में सूचित करते हैं। तथ्य यह है कि जनवरी 2021 से 31 जुलाई, 2021 तक कुल 516 मिलियन से अधिक वैक्सीन खुराक की आपूर्ति की जाएगी।
राज्यों को अग्रिम आवंटन योजना के अनुसार वैक्सीन की खुराक की आपूर्ति की जाती है और उन्हें इसके बारे में पहले से सूचित किया जाता है। राज्यों को महीने भर विभिन्न शेड्यूल में टीकों की आपूर्ति की जाती है। इसलिए किसी विशेष महीने के अंत तक 516 मिलियन खुराक की उपलब्धता का मतलब यह नहीं है कि उस महीने तक आपूर्ति की गई हर खुराक की खपत होगी या वितरित की जाएगी। आपूर्ति पाइपलाइन में होगी जो अगले कुछ दिनों तक उपलब्ध हो सकती है, जब तक कि टीकाकरण जारी रखने के लिए किसी विशेष राज्य या जिले या उप-जिले में वैक्सीन की खुराक की अगली खेप नहीं पहुंच जाती।
अगले महीने से बच्चों का टीकाकरण संभव
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा है कि सरकार अगले महीने से बच्चों का कोरोनारोधी टीकाकरण शुरू कर सकती है। उन्होंने कहा कि भारत सबसे बड़ा वैक्सीन उत्पादक देश बनने की ओर है, क्योंकि अधिक कंपनियों को उत्पादन लाइसेंस दिए जाएंगे। इस महीने के शुरुआत में केंद्र ने दिल्ली उच्च न्यायालय को बताया था कि 12 से 18 साल के बच्चों के लिए कोविड-19 वैक्सीन जल्द ही उपलब्ध होगी। मंजूरी मिलने के बाद टीकाकरण की नीति तैयार की जाएगी। केंद्र ने कहा था कि डीएनए वैक्सीन विकसित करने वाली जायडस कैडिला ने 12-18 आयुवर्ग पर वैधानिक प्रावधानों के तहत अपना परीक्षण पूरा कर लिया है, इसलिए निकट भविष्य में वैक्सीन उपलब्ध हो सकती है। साथ ही, कहा था कि भारत के दवा नियामक ने कोवैक्सिन के निर्माता भारत बायोटेक को 2-18 आयुवर्ग के लिए चिकित्सकीय वैक्सीन परीक्षण की अनुमति दी है।
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