चर्च : सिस्टर लूसी के कमरे की बिजली काटी, पानी बंद किया, चर्च ने किया जीना मुश्किल
May 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत केरल

चर्च : सिस्टर लूसी के कमरे की बिजली काटी, पानी बंद किया, चर्च ने किया जीना मुश्किल

by WEB DESK
Jul 22, 2021, 02:24 pm IST
in केरल
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

चर्च के दमन के विरुद्ध डटकर खड़ी हैं सिस्टर लूसी    


बिशप फ्रेंको मुलक्कल की काली करतूतों को उजागर करने वाली सिस्टर लूसी हो रहीं चर्च की अमानवीयता की शिकार

चर्च में ननों के यौन शोषण, बलात्कार और जोर-जबरदस्ती की प्रतीक बन चुकीं हैं केरल की नन सिस्टर लूसी। उन पर चर्च का दमन जारी है। उन्होंने बलात्कारी बिशप फ्रेंको मुलक्कल के विरुद्ध कानूनन और चर्च में शिकायत करने का 'अपराध' जो किया था। जिस कॉन्वेंट में उन्हें कमरा मिला हुआ था वहां सताया जाने लगा और बाहर निकाला जाने लगा। इसके खिलाफ तीन बार सिस्टर लूसी ने चर्च के मठाधीशों की गद्दी वेटिकन को पत्र लिखा कि 'मुझे बचाया जाए, सिर छुपाने की जगह न छीनी जाए'। लेकिन तीनों बार नन की वह अर्जी ठुकरा दी वेटिकन। एक न सुनी बलात्कारी पादरी के विरुद्ध खड़ी नन की।
अदालतों में बलात्कार पादरी मुलक्कल के मामलों पर सुनवाई चल ही रही है। लेकिन सिस्टर लूसी को पिछले ढाई साल से उनके निवास वाले कॉन्वेंट द्वारा सताया जाना जारी है। उल्लेखनीय है कि 2018 में उन्होंने केरल में बिशप मुलक्कल द्वारा यौन शोषण किए जाने की रपट लिखाई थी। बस उसी दिन से उनके मानवाधिकारों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।

 ताजा घटनाक्रम के अनुसार, अब सिस्टर लूसी के कमरे की बिजली काट दी गई है, पानी काट दिया गया है। एक अंग्रेजी दैनिक को दिए साक्षात्कार में सिस्टर लूसी ने अपना दर्द बयां किया है। उन्होंने बताया कि 20 जुलाई की शाम सात बजे जब वे अर्नाकुलम से कॉवेंट में लौटकर आईं तो दस मिनट तक कॉन्वेंट का दरवाजा खटखटाती रहीं पर वह नहीं खुला। बाद में दरवाजा खुलने पर जब वे अपने कमरे में पहुंचीं तो देखा बारिश की अंधियारी रात में कमरे की बत्ती गुल है। जहां वे कपड़े धोती हैं वहां भी बिजली नहीं थी। इसके बाद कमरे से बाहर बने अपने बाथरूम में गईं तो पाया कि वहां भी बत्ती नहीं थी, वॉश बेसिन तोड़ दिया गया था। अगली सुबह उन्होंने देखा कि बत्ती जाने की वजह फ्यूज उड़ना नहीं थी बल्कि उनके स्विच बोर्ड को ही तोड़—मरोड़ दिया गया था। कॉवेंन्ट में इस बाबत पूछताछ करने पर किसी से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला।

सिस्टर लूसी कॉवेंट में लौटकर आईं, दस मिनट तक कॉन्वेंट का दरवाजा खटखटाती रहीं पर वह नहीं खुला। बाद में दरवाजा खुलने पर जब वे अपने कमरे में पहुंचीं तो देखा, बारिश की अंधियारी रात में कमरे की बत्ती गुल है। जहां वे कपड़े धोती हैं वहां भी बिजली नहीं थी। इसके बाद कमरे से बाहर बने अपने बाथरूम में गईं तो पाया कि वहां भी बत्ती नहीं थी, वॉश बेसिन तोड़ दिया गया था। 

सिस्टर लूसी ने अपने साक्षात्कार में आगे बताया कि इस तरह जब भी उन्हें सताया गया, उन्होंने हर बार कॉन्वेंट के पास वाले पुलिसथाने में इसकी शिकायत की, लेकिन हुआ कुछ नहीं।पुलिस ने हमेशा यही कहा कि कॉवेंन्ट पर सिस्टर सुपीरियर की कमान है, हम कुछ नहीं कर सकते। कोई उनकी मदद कर सकता है तो बस वही कर सकती हैं। लेकिन वे भी कुछ क्यों करतीं, चर्च के मठाधीशों को नाराज थोड़ी करना है उन्हें। सिस्टर सुपीरियर की तरफ से हर बार पुलिस को कहा जाता रहा कि नहीं, कुछ गलत नहीं किया जा रहा सिस्टर लूसी के साथ। असल में सिस्टर लूसी ही झूठ बोल रही हैं।

चर्च की सताई सिस्टर लूसी कहती हैं कि ऐसी हर मुश्किलों से जूझकर वे और मजबूत हुई हैं। उन्हें और ताकत मिली है। वे सच के साथ खड़ी रहेंगी। देखना है कि एक सिस्टर के प्रति चर्च के मठाधीश और कितने बेरहम हो सकते हैं। वे अमानवीयता की किस हद तक जा सकते हैं। ईसाई समुदाय के सुलझी सोच वाले लोगों की अच्छी-खासी संख्या है जो आज सिस्टर लूसी से हमदर्दी रखती है। लेकिन उन 'आम आस्थावानों' की कौन सुनेगा?    

Follow Us on Telegram

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

कशिश चौधरी

कशिश चौधरी बनी Baluchistan की पहली हिंदू सहायक आयुक्त, Pakistan में हो रहे चर्चे

प्रतीकात्मक तस्वीर

“सतर्क रहें, इस वीडियो के झांसे में न आएं”

उत्तराखंड : हरिद्वार कॉरिडोर और शारदा कॉरिडोर के साथ हुई ऋषिकेश मास्टर प्लान की समीक्षा

उत्तराखंड में सनातन योगदान के लिए भाजपा ने अहिल्याबाई को किया याद

डव के विज्ञापन का हो रहा विरोध

Dove के नए विज्ञापन पर क्यों मचा है हंगामा ?

Colonel Sofiya Qureshi

क्या सच में कर्नल सोफिया कुरैशी के घर हमला हुआ है? जानिए सच्चाई, RSS को बदनाम करने की कोशिश

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

कशिश चौधरी

कशिश चौधरी बनी Baluchistan की पहली हिंदू सहायक आयुक्त, Pakistan में हो रहे चर्चे

प्रतीकात्मक तस्वीर

“सतर्क रहें, इस वीडियो के झांसे में न आएं”

उत्तराखंड : हरिद्वार कॉरिडोर और शारदा कॉरिडोर के साथ हुई ऋषिकेश मास्टर प्लान की समीक्षा

उत्तराखंड में सनातन योगदान के लिए भाजपा ने अहिल्याबाई को किया याद

डव के विज्ञापन का हो रहा विरोध

Dove के नए विज्ञापन पर क्यों मचा है हंगामा ?

Colonel Sofiya Qureshi

क्या सच में कर्नल सोफिया कुरैशी के घर हमला हुआ है? जानिए सच्चाई, RSS को बदनाम करने की कोशिश

पाकिस्तानी जासूस नौमान इलाही गिरफ्तार : गार्ड की नौकरी कर भेज रहा था खुफिया जानकारी, इलेक्ट्रॉनिक इक्विपमेंट बरामद

बांग्लादेशियों पर भारत का एक्शन शुरू : जोधपुर से डिपोर्ट किए गए 148 बांग्लादेशी, जानिए कैसे आए पकड़ में..?

तस्लीमा नसरीन

Islamists करवा रहे तस्लीमा नसरीन की आवाज पर ऑनलाइन हमला: तस्लीमा ने की साथ की अपील

फर्जी आधार और मतदाता पत्र से देश की एकता और अखंडता से खिलवाड़

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies