भारतीय वायुसेना का एएन-32 (सांकेतिक चित्र)
चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। वह लगातार भारतीय सीमा के पास अवैध गतिविधियां जारी रखे हुए है। पिछले साल से लद्दाख में भारत के साथ सैन्य गतिरोध में लगी चीनी सेना ने अब उत्तराखंड के बाड़ाहोती इलाके में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अपनी गतिविधियां बढ़ा दी हैं। हाल ही में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की एक प्लाटून को एलएसी के पास सक्रिय देखा गया।
सूत्रों ने बताया कि हाल ही में पीएलए का एक प्लाटून (लगभग 35 सैनिक) को उत्तराखंड के बाड़ाहोती इलाके के आसपास काम करते हुए देखा गया था। चीनी सैनिकों ने आसपास के इलाके का सर्वेक्षण किया था। चीनियों को इस क्षेत्र के आसपास कुछ गतिविधि करते देखा गया है।" चीनी सैनिकों के वहां रहने के दौरान इलाके में लगातार नजर रखी जा रही थी।"
सूत्रों ने कहा कि भारत की ओर से भी इलाके में पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। सुरक्षा एजेंसियों को लगता है कि इस इलाके में चीनी किसी तरह की गतिविधि करने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन समूचे मध्य क्षेत्र में भारतीय ऑपरेशन की तैयारी अधिक है। सूत्रों के अनुसार, हाल के दिनों में सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत और मध्य कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल वाई. डिमरी ने भी चीन के साथ लगते मध्य क्षेत्र की सीमा का दौरा किया है और वहां के हालात और ऑपरेशन तैयारियों की समीक्षा की है।
सूत्रों ने कहा कि बाड़ाहोती इलाके के पास एक हवाई अड्डे पर भी चीनियों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। वहां उन्होंने बड़ी संख्या में ड्रोन भी तैनात किए हैं। भारत ने मध्य क्षेत्र में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती कर दी है और वहां कई रियर फॉर्मेशन भी आगे बढ़े हैं। इसके अलावा, भारतीय वायुसेना ने वहां कुछ हवाई अड्डों को भी सक्रिय कर दिया है, जिसमें चिन्यालीसौंड उन्नत लैंडिंग ग्राउंड भी शामिल है। वहां एएन-32 विमान लगातार उतर रहे हैं। चिनूक हेवी लिफ्ट हेलीकॉप्टर भी उस क्षेत्र में सक्रिय हैं और आवश्यकता होने पर अंतर घाटी सैनिकों को भी भेजा जा सकता है।
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