गुरुग्राम के यूरो इंटरनेशनल स्कूल की शिक्षिका शोभा दास पढ़ाती तो है समाजशास्त्र, लेकिन वह समाज में घृणा फैलाने के लिए बच्चों के मन में नफरत की बातें भर रही थी। पकड़े जाने पर माफी मांगने के साथ ही पद से त्यागपत्र दे दिया।
वामपंथी विचारधारा से प्रेरित और अपने को सेकुलर कहने वाले लोग वर्तमान केंद्र सरकार, भारतीय संस्कृति और हिंदुओं से कितना नफरत करते हैं, इसका एक और उदाहरण हरियाणा के गुरुग्राम में मिला है। यहां के एक प्रतिष्ठित निजी विद्यालय यूरो इंटरनेशनल स्कूल की एक शिक्षिका शोभा दास आनलाइन पढ़ाई के दौरान बच्चों से कह रही थी कि राम मंदिर का निर्माण हिंदुत्व को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है।
शोभा दसवीं के छात्रों को समाजशास्त्र पढ़ा रही थी। उसने यह भी कहा कि नागरिकता संशोधन कानून यानी सीएए के कारण अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को नुकसान हो रहा है। वह यहीं नहीं रुकी। उसने आगे कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार देश को बर्बादी की ओर ले जा रही है।
इससे जुड़ा एक वीडियो वायरल होने के बाद छात्रों के अभिभावकों ने कहा कि शोभा बच्चों को नफरत का पाठ पढ़ा रही थी। इसके बाद अभिभावकों ने उस शिक्षिका के विरुद्ध स्कूल की प्राचार्य निधि कपूर से शिकायत की। प्राचार्य ने शिक्षिका से स्पष्टीकरण मांगा तो उसने माफी मांगते हुए पद से त्यागपत्र दे दिया।
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