2019 में सरकार बनने के बाद केंद्र सरकार का यह पहला मंत्रिमंडल विस्तार था। इस विस्तार में दो चीजें मुख्य रूप से देखने को मिलीं। पहली कि केंद्र सरकार में महिलाओं की भूमिका व संख्या दोनों में बढ़ोतरी हुई तो दूसरी ओर अनुभव, युवा, प्रोफेशनल्स को जिम्मेदारी सौंपी गई है
2019 में सरकार बनने के बाद केंद्र सरकार का यह पहला मंत्रिमंडल विस्तार था। इस विस्तार में दो चीजें मुख्य रूप से देखने को मिलीं। पहली कि केंद्र सरकार में महिलाओं की भूमिका व संख्या दोनों में बढ़ोतरी हुई तो दूसरी ओर अनुभव, युवा, प्रोफेशनल्स को जिम्मेदारी सौंपी गई है
बता दें कि बुधवार शाम 43 नए मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की। इसमें 7 महिलाएं भी शामिल रहीं।महिला शक्ति की बात करें तो केंद्रीय मंत्रिमंडल में महिला मंत्रियों की कुल संख्या 11 हो गई है। इनमें 2 कैबिनेट मंत्री पहले से ही शामिल हैं, जिनमें निर्मला सीतारमण वित्त मंत्रालय संभाल रही हैं तो स्मृति ईरानी भी कैबिनेट मंत्री हैं। साध्वी निरंजन ज्योति और रेणुका सिंह पहले से ही राज्य मंत्री के रूप में शामिल हैं। जिन 7 महिला मंत्रियों ने शपथ ली उनमें अनुप्रिया पटेल, मीनाक्षी लेखी, अन्नपूर्णा देवी, दर्शना विक्रम जरदोश, शोभा करंदलाजे, प्रतिमा भौमिक और डॉ. भारती पवार शामिल हैं।
प्रतिमा भौमिक: पश्चिम त्रिपुरा की सांसद प्रतिमा भौमिक ने केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली। 52 वर्षीय प्रतिमा भौमिक 2019 में पश्चिम त्रिपुरा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुनी गईं।
डॉ. भारती पवार: महाराष्ट्र के डिंडोरी क्षेत्र से सांसद डॉ. भारती पवार को भी कौबिनेट में स्थान दिया गया है। डॉ. भारती जनजाति समाज का प्रतिनिधित्व करती हैं। वह पहली बार लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद पहुंची हैं। सार्वजनिक जीवन में आने से पहले चिकित्सक के रूप में सेवाएं दे रही थीं।
अनुप्रिया पटेल : मिर्जापुर विध्यांचल क्षेत्र से अपना दल की अनुप्रिया पटेल को मंत्रिमंडल में जगह मिली, जो ओबीसी वर्ग से आती हैं। करीब 40 वर्षीय पटेल यूपी के मिर्जापुर से सांसद हैं। 2014 में बनी मोदी सरकार में भी अनुप्रिया को केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री बनाया गया था।
मीनाक्षी लेखी: नई दिल्ली लोकसभा सीट से सांसद मीनाक्षी लेखी को कैबिनेट में शामिल किया गया है। पेशे से अधिवक्ता मीनाक्षी लेखी पार्टी और सरकार का पक्ष संसद से लेकर समाचार चैनलों तक मजबूती से रखती रही हैं।
अन्नपूर्णा देवी: झारखंड से भाजपा की सांसद अन्नपूर्णा देवी को भी मंत्रीमंडल में स्थान मिला है। अन्नपूर्णा देवी को केंद्र सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया है। सांसद के रूप में उनका यह पहला कार्यकाल है। वह झारखंड और बिहार से 4 बार विधायक भी रह चुकी हैं तो वहीं झारखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में उन्होंने काम किया है।
दर्शन विक्रम जरदोश: गुजरात के सूरत से लोकसभा सांसद हैं। वह लगातार तीसरी बार संसद पहुंची हैं। सांसद रूप में यह उनका तीसरा कार्यकाल है। जरदोश को भी केंद्र में राज्य मंत्री का जिम्मा सौंपा गया है।
शोभा करंदलाजे: शोभा करंदलाजे कर्नाटक भाजपा की दिग्गज नेता हैं। शोभा ने अपना राजनीतिक जीवन 1994 में शुरू किया था। साल, 2004 में एमएलसी बनीं तो 2008 में यशवंतपुर (बेंगलुरु) से विधायक चुनी गईं। भाजपा सरकार में उन्हें पंचायती राज मंत्री बनाया गया। इसके बाद साल 2014 में सांसद बनी। 2019 में पुनः लोकसभा चुनाव जीत कर संसद पहुंची।
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