अरविंद केजरीवाल केंद्र सरकार से मुफ्त में मिली कोरोना वैक्सीन का श्रेय ले रहे हैं। इसके लिए उन्होंने पूरी दिल्ली में बड़े-बड़े पोस्टर लगवाए हैं। दिल्ली भाजपा ने चुटकी लेते हुए उनके विज्ञापनपोस्टर में मामूली सुधार कर इसे रोचक बना दिया है।
दिल्ली की केजरीवाल सरकार राजनीति से बाज नहीं आती। कोरोना के पहले चरण से लेकर दूसरे चरण तक इसने केवल राजनीति ही की। चाहे अस्पतालों में बेड की किल्लत हो या ऑक्सीजन की कमी हो या कोरोना वैक्सीन का मुद्दा हो। हर बार इसने केंद्र सरकार सरकार को घेरने की कोशिश की, खुद कोई पहल नहीं की। लेकिन हर बार नाकाम होने के बाद याचक मुद्रा में आ जाते हैं और केंद्र से मदद की गुहार लगाते हैं।
अब जबकि केंद्र सरकार मुफ्त में वैक्सीन दे रही है, तो केजरीवाल इसका श्रेय लेने के लिए विज्ञापन पर पानी की तरह पैसे बहा रहे हैं। कुछ समय पहले वैक्सीन की कमी का हंगामा मचाते हुए इसी केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के सभी 368 टीकाकरण केंद्रों को बंद कर दिया था।
दिल्ली भाजपा की चुटकी
केंद्र सरकार सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध करा रही है, यह तथ्य किसी से छिपा नहीं है। लेकिन इसका श्रेय ले रहे हैं। उन्होंने पूरी दिल्ली को अपने विज्ञापन वाले पोस्टर से पाट दिया है। इस पोस्टर में केजरीवाल की फोटो लगी हुई है। इसमें वे लोगों से कोरोना महामारी के खिलाफ लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील कर रहे हैं। पोस्टर में वे लोगों से पूछ रहे हैं, ’’वैक्सीन लगवाई क्या?‘’ इस पर भाजपा की प्रदेश इकाई ने चुटकी ली है। दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष राजीव बब्बर ने इस पोस्टर में एक पंक्ति जोड़ कर इसे रोचक बना दिया है। पोस्टर में उन्होंने लिखा है, ‘वैक्सीन लगवाई क्या? जो दिल्ली को मोदी जी मुफ्त दे रहे हैं।’ इसके नीचे उन्होंने अंग्रेजी में लिखा है- ‘करेक्टेड बाई राजीव बब्बर’। इस पोस्टर में सब कुछ यथावत है, यहां तक कि केजरीवाल की फोटो भी है।
साथ ही, राजीव बब्बर ने ट्वीट किया है, ‘भाई केजरीवाल जी, दिल्ली में जो आपने करोड़ों रुपये के होर्डिंग लगवाए हैं, शायद अनजाने में आप पूरी लाइन लिखना भूल गए। मैंने ठीक करवा दी। आपकी शक्ल से कोई दुश्मनी नहीं, बस मैं चाहता हूं संदेश सही जाए।’
वैक्सीन पर शुरू से ही राजनीति
अरविंद केजरीवाल शुरू से ही वैक्सीन को लेकर राजनीति कर रहे हैं। पहले उन्होंने वैक्सीन की कीमत को लेकर बखेड़ा खड़ा किया। फिर वैक्सीन की कमी पर राजनीति की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अप्रैल में केंद्र और राज्यों को कोरोना वैक्सीन की अलग-अलग कीमतों को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि केंद्र और राज्यों के लिए कोरोना वैक्सीन की कीमत समान होनी चाहिए। साथ ही, दावा किया था कि दिल्ली सरकार 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध कराएगी। इसके लिए दिल्ली सरकार ने 1.34 करोड़ वैक्सीन मंगाने के लिए मंजूरी दे दी है। केजरीवाल को देश में बनी वैक्सीन महंगी लग रही थी, इसलिए वे विदेशी वैक्सीन खरीदने के लिए वकालत कर रहे थे। उन्होंने फाइजर और मॉडर्ना से वैक्सीन के लिए बात की, लेकिन दोनों विदेशी कंपनियों ने उन्हें वैक्सीन देने से इनकार कर दिया, तो उन्होंने इस पर भी राजनीति करने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तत्काल विदेशी कंपनियों से बात कर वैक्सीन मंगवाए और इसे राज्यों में बांट दे। पहले केजरीवाल को वैक्सीन महंगी लग रही थी, लेकिन विज्ञापनों पर पानी की तरह पैसा बहाते समय कुछ नहीं सोचते।
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