दिल्ली के एक अस्पताल में कोरोना मरीज की एक्सरे रपट जांचते हुए डॉक्टर (फाइल चित्र)
देश को कोरोना से उबारने में डाक्टरों का योगदान असाधारण है। महामारी की दूसरी लहर इतनी भयावह रही कि देश भर में 798 डॉक्टर सेवा का अनुपम उदाहरण देते हुए असमय चले गए
भारत में भले ही कोविड की दूसरी लहर उतार पर है, संक्रमण के केस लगातार कम हो रहे हैं। चिकित्सा सेवाओं पर एकदम से आया दबाव छंट गया है। राजधानी दिल्ली में तो राज्य सरकार की घोर लापरवाही के चलते स्थितियां बेकाबू हो चली थीं। देश में ऐसे कोई नहीं जिसका कोई जान—पहचान वाला, परिजन, मित्र या वृहत परिकर का कोई अपना इस महामारी की चपेट में न आया हो। उल्लेखनीय है कि पहली और दूसरी लहर के दौरान, इस महामारी को काबू में लाने में चिकित्सकों और सहायक स्टाफ ने जितना जीतोड़ काम किया है उसका उदाहरण मिलना मुश्किल है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनेक अवसरों पर डाक्टरों, नर्सों का आभार प्रकट किया है। देश से उनका यथोचित सम्मान करने का आह्वान किया है। गत 27 जून को मन की बात में भी मोदी ने एक जुलाई को 'डाक्टर डे' को सोत्साह मनाने का आह्वान किया था।
आईएमए द्वारा 30 जूून को एक आंकड़ा जारी किया गया। इसमें बताया गया है कि कोरोना की दूसरी लहर से देशभर में 798 डॉक्टरों की जान गई है। अकेले दिल्ली में 128 डॉक्टरों की इस महामारी से जूझते हुए मृत्यु हुई है।
इन आंकड़ों को देखें तो, दिल्ली में 128 डॉक्टरों की जान जाने के अलावा, बिहार में 115, उत्तर प्रदेश में 79, पश्चिम बंगाल में 62, तमिनलाडु में 51 डॉक्टरों की महामारी की वजह से जान गई है। केंद्र शासित प्रदेश पुदुच्चेरी में एक डॉक्टर की मृत्यु हुई है।
साल में सबसे कम मामले
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किये गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, 28 जून को संक्रमण दर 0.10 की आंशिक बढ़त के साथ 0.15 हो गई थी। राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना महामारी से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 24,971 पहुंच गई थी। 28 जून को इस साल संक्रमण के सबसे कम मामले दर्ज किए गए थे।
वहीं देश में कोरोना के नए मरीजों का आंकड़ा तेजी से गिर रहा है। आंकड़ों के अनुसार, देश में पहली बार 28 जून को 40 हजार से कम नए मामले सामने आए थे।
दिल्ली में 128 डॉक्टरों की जान जाने के अलावा, बिहार में 115, उत्तर प्रदेश में 79, पश्चिम बंगाल में 62, तमिनलाडु में 51 डॉक्टरों की महामारी की वजह से जान गई है। केंद्र शासित प्रदेश पुदुच्चेरी में एक डॉक्टर की मृत्यु हुई है।
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