मौलवी के गुप्तांग काटने वाली खबर में तस्वीर लगाई हिन्दू पुजारी की
July 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत दिल्ली

मौलवी के गुप्तांग काटने वाली खबर में तस्वीर लगाई हिन्दू पुजारी की

by WEB DESK
Jun 30, 2021, 04:51 pm IST
in दिल्ली
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

आशीष कुमार 'अंशु'

मौलवियों को वकील अहमद का किस्सा अपनी तकरीरों के माध्यम से उन तमाम मुसलमानों तक पहुंचाना चाहिए जो घर में पहली बीबी के रहते हुए अपने लिए दूसरी और तीसरी बीबी तलाश रहे हैं। एक से अधिक बीबी रखने की प्रथा को हम 21वीं सदी में चला रहे हैं। एक सभ्य समाज के नाते यह बात हमें शर्मिन्दा करने वाली क्यों नहीं लगती। जहां एक पुरुष चार-चार महिलाओं पर अपना हक रखे। यदि बराबरी के इस जमाने में यही हक मुस्लिम औरतें मांगे तो क्या मौलाना-मौलवी यह हक उन्हें दे पाएंगे ?

भ्रामक मीडिया का एक टैग ट्विटर इस्तेमाल करने वाले नहीं भूले होंगे। यह टैग ट्विटर ने भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा कथित कांग्रेसी टुलकिट को साझा किए जाने पर लगाया था। ट्विटर को टुलकिट मामले में कितनी जल्दी थी, न्याय करने की। जबकि एक के बाद एक कई मामले सामने आए, जहां 'मेनीपुलेटेड खबरों' से ट्विटर पर ही लोग खेलते रहे और ट्विटर बेपरवाह नजर आया। लोनी में एक धोखाधड़ी और मारपीट के मामले को जिस तरह से ट्विटर ने साम्प्रदायिक रंग देने का प्रयास किया, उसके बाद तो उस पर गाजियाबाद में एफआईआर भी हुई है। अब तो भारत के अंदर ट्विटर की पूरी भूमिका ही भ्रामक मीडिया की नजर आ रही है।

इसी का परिणाम है कि उस पर बुलंदशहर में बजरंग दल द्वारा भारत के नक्शे के गलत चित्रण का मामला दर्ज कराया गया है। यह मामला ट्विटर के भारत में प्रबंध निदेशक मनीष माहेश्वरी पर दर्ज हुआ है। आनन—फानन में ट्विटर ने जरूर अब भारत का विकृत किया गया नक्शा अपनी वेबसाइट से हटा लिया, लेकिन ना उसने गलत नक्शा लगाने के लिए कोई माफी मांगी है और ना ही कोई स्पष्टीकरण दिया है। जिस तरह ट्विटर का भारत विरोधी और हिन्दू विरोधी चरित्र उसके काम काज में बार—बार नजर आ रहा है, उससे लगता नहीं कि भारत में उसकी राह आने वाले समय में आसान रहने वाली है।

अब न्यूयॉर्क पोस्ट का ही ताजा मामला देख लीजिए। उसे तो ट्विटर पर ब्लू टिक मिला हुआ है। वेबसाइट ने 28 जून को अपने ट्विटर हैंडल https://twitter.com/nypost/status/1409558391622619148 से 'इंडियन प्रिस्ट'स वाइफ चॉप्स आफ हिज पेनिस आफ्टर ही वांटेड टु मेरी अगेन' शीर्षक वाली खबर लगाई। इस खबर के लिंक के साथ ट्विटर पर जो तस्वीर साझा की गई है, वह एक हिन्दू पुजारी की है। जो हाथों में दीपक लेकर ईश्वर की आराधना की मुद्रा में है। आमतौर पर ट्विटर पर मौजूद पाठक समूह खबरों को विस्तार से जानने—बूझने के लिए समय खर्च करने वाला वर्ग नहीं है। वह आम तौर पर खबरों को समझता नहीं बल्कि खबरों से गुजरता है। मतलब ट्विटर पर न्यूयार्क पोस्ट की तस्वीर और हेडलाइन की मेल-जोल से वो अपने दिमाग में एक कहानी बुनता है। इस कहानी को गढ़ने में निश्चित तौर पर खबर के शीर्षक के साथ दी गई छवि एक अहम भूमिका निभाती है। वह तस्वीर खबर के शीर्षक के साथ इसी उद्देश्य से लगाई भी गई है। इस तरह जो नैरेटिव बनता है, वह हिन्दू विरोधी है और सचाई से परे है।

खबर साझा किए जाने के दूसरे ही घंटे में इस तस्वीर पर 1200 कमेन्ट आ गए और 650 से अधिक लोगों ने इसे साझा किया। जबकि जितने लोग यहां कमेन्ट और शेयर कर रहे हैं, उससे कई गुना अधिक लोग इस खबर को देखकर बिना किसी प्रतिक्रिया के अपनी एक हिन्दू विरोध राय बनाते हुए आगे बढ़ गए होंगे।

ट्विटर के टिप्पणी खंड में स्मिता देशमुख वेबसाइट पर लानत भेजती हुई लिखती हैं— क्यों फेक नैरेटिव गढ़ रहे हो ? यह एक मुसलमान मौलवी है, जबकि तुम तस्वीर एक हिन्दू पुजारी की लगा रहे हो। कमेन्ट में बार-बार पाठकों द्वारा आगाह किए जाने के बावजूद ना ट्विटर ने इस पूरे मामले पर कोई कार्रवाई की और ना ही न्यूयार्क पोस्ट की वेबसाइट ने खबर लिखे जाने तक कोई भूल सुधार किया है। न्यूयार्क पोस्ट के हवाले से ट्विटर पर चल रही तस्वीर वास्तव में मक्कारी की कहानी है। जहां मौलवी के गुप्तांग कटने की खबर में जान बूझकर हिन्दू पुजारी की तस्वीर लगाई गई है।

दरअसल, वकील अहमद मुजफ्फर नगर के भौराखुर्द की एक मस्जिद में मौलवी था। 22 जून की रात मौलवी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। उसके गुप्तांग पर चाकू से बहुत गहरे घाव के निशान थे। पुलिस जांच में अब यह बात सामने आ गई है कि मौलवी की यह हालत उसकी पत्नी हाजरा ने की। चार बेटियों का बाप, मस्जिद का मौलवी वकील अहमद तीसरी निकाह की तैयारी में था। जो बात उसकी दूसरी बीबी को पसंद नहीं आई। तीन बेटियों का निकाह कर चुका बाप वकील अब इस उम्र में अपने लिए तीसरी बीबी लाना चाहता था, जबकि घर में उसकी चौथी बेटी कुंवारी थी। हाजरा ने अपना जुर्म कुबूल कर लिया है।

मौलवियों को वकील अहमद का किस्सा अपनी तकरीरों के माध्यम से उन तमाम मुसलमानों तक पहुंचाना चाहिए जो घर में पहली बीबी के रहते हुए अपने लिए दूसरी और तीसरी बीबी तलाश रहे हैं। एक से अधिक बीबी रखने की प्रथा को हम इक्कीसवीं सदी में चला रहे हैं, एक सभ्य समाज के नाते यह बात हमें शर्मिन्दा करने वाली क्यों नहीं लगती। जहां एक पुरुष चार-चार महिलाओं पर अपना हक रखे, यदि बराबरी के इस जमाने में यही हक मुस्लिम औरतें मांगे तो क्या मौलाना-मौलवी यह हक उन्हें दे पाएंगे?

ट्विटर बीते कुछ महीनों से जिस तरह का व्यवहार कर रहा है, भारत की जनता ही उस पर एक दिन भ्रामक मीडिया का टैग चिपका देगी। अब भी समय है, ट्विटर को संभल जाना चाहिए। 

 
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

कराची आर्ट्स काउंसिल जैसे प्रतिष्ठित मंच पर रामायण का मंचन होना एक साहसिक और सकारात्मक कदम है

कराची की रामलीला, राम बने अश्मल तो वक्कास अख्तर बने लक्ष्मण, आमिर बने दशरथ तो जिबरान ने निभाई हनुमान की भूमिका

रील की सनक: वायरल होने की होड़ में जान से खेलते बच्चे और बड़े

Exclusive Video Interview: कन्वर्जन देश के लिए सबसे बड़ा खतरा, रोकने में संघ कर सकता है मदद

शुभांशु शुक्ला

अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला का भावुक संदेश: भारत आज भी ‘सारे जहां से अच्छा’ दिखता है

London crime rises

लंदन में बढ़ता अपराध: चोरी, चाकूबाजी और आप्रवासियों का प्रभाव, देश छोड़ रहे लोग

Uttarakhand illegal Majars

देहरादून: देवभूमि में वक्फ संपत्तियों और अवैध मजारों का खेल, धामी सरकार की सख्त कार्रवाई

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

कराची आर्ट्स काउंसिल जैसे प्रतिष्ठित मंच पर रामायण का मंचन होना एक साहसिक और सकारात्मक कदम है

कराची की रामलीला, राम बने अश्मल तो वक्कास अख्तर बने लक्ष्मण, आमिर बने दशरथ तो जिबरान ने निभाई हनुमान की भूमिका

रील की सनक: वायरल होने की होड़ में जान से खेलते बच्चे और बड़े

Exclusive Video Interview: कन्वर्जन देश के लिए सबसे बड़ा खतरा, रोकने में संघ कर सकता है मदद

शुभांशु शुक्ला

अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला का भावुक संदेश: भारत आज भी ‘सारे जहां से अच्छा’ दिखता है

London crime rises

लंदन में बढ़ता अपराध: चोरी, चाकूबाजी और आप्रवासियों का प्रभाव, देश छोड़ रहे लोग

Uttarakhand illegal Majars

देहरादून: देवभूमि में वक्फ संपत्तियों और अवैध मजारों का खेल, धामी सरकार की सख्त कार्रवाई

प्रतीकात्मक तस्वीर

मुरादाबाद: मदरसे के मौलाना पर नाबालिग छात्रा ने लगाया दुष्कर्म का आरोप, जांच जारी

Chasingya Khadu Maa Nandadevi

चमोली: माँ नंदा देवी राजजात यात्रा 2026 के लिए शुभ संकेत, कोटी गांव में जन्मा चौसिंग्या खाडू

Currution free Uttrakhand

मुख्यमंत्री धामी ने देहरादून में ‘भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड’ अभियान को दी मजबूती, दिलाई शपथ

soaked chana benefits

रोज सुबह भीगे हुए चने खाने के ये हैं 8 फायदे

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies