जम्मू—कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटने के बाद वहां हिंदुओं के सारे कार्य होने लगे हैं। इसी कड़ी में 24 जून को बरसों बाद श्री अमरनाथ गुफा में प्रथम पूजन हुआ। इससे पहले 14 जून को जम्मू के पास श्री वेंकेटश्वर मंदिर के लिए भूमि—पूजन हुआ था। अनुच्छेद 370 के रहते मंदिर के लिए भूमि नहीं दी जा सकती थी।
श्री अमरनाथ गुफा में प्रथम पूजन करते विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी
गत 24 जून को ज्येष्ठ पूर्णिमा के अवसर पर श्री अमरनाथ गुफा में प्रथम पूजन हुआ। बता दें कि यह पूजन हमेशा चंदनबाड़ी या नीचे किया जाता था। इसलिए विश्व हिंदू परिषद इसकी मांग बरसों से कर रही थी, लेकिन जम्मू—कश्मीर सरकार किसी न किसी बहाने इस पूजा को नहीं होने देती थी। कभी राज्य सरकार कहती थी कि आतंकवाद के कारण पूजन की अच्छी व्यवस्था नहीं हो पाएगी, तो कभी कहती थी कि अभी मौसम वहां जाने लायक नहीं है। इस बार कोरोना महामारी के कारण श्री अमरनाथ यात्रा नहीं हो पाई। इसके बाद राज्य प्रशासन ने गुफा में पूजन करवाने का निर्णय लिया।
श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड, विश्व हिंदू परिषद, बाबा अमरनाथ एवं बूढ़ा अमरनाथ यात्री न्यास की देखरेख में यह पूजन हुआ। पूजन मेें विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेन्द्र जैन के साथ राज्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया। पूजन के बाद डॉ. सुरेन्द्र जैन ने कहा कि यह सिद्ध हो गया कि प्रशासन और सेना मिल कर कार्य करे तो कुछ भी असंभव नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में में भी यह यात्रा 60 दिन चलेगी, ऐसा पूरा विश्वास है।
जय बाबा अमरनाथ!
टिप्पणियाँ