हिन्दू लड़कियों को फुसलाकर 'अगवा' कर लेना और फिर सालों तक साथ रहकर उन्हें मां बनने को विवश करने की घटनाओं से आक्रोशित हैं पलक्कडवासी
केरल के पलक्कड से छोटी उम्र में बच्चियों को अगवा करके उन्हें लंबे वक्त तक साथ रखने और उनको कम उम्र में मां बनने पर विवश करने के हाल में प्रकाश में आए दो प्रकरणों पर स्थानीय लोगों में आक्रोश है। पहली घटना पलक्कड़ के अयालुर गांव की है। यहां से ग्यारह साल पहले 18 साल की एक लड़की लापता हुई थी। घर वालों ने उसे खूब ढूंढा, पर वह कहीं नहीं मिली। फिर करीब 11 वर्ष बाद एक दिन पता चला कि वह लड़की अब 29 साल की होने तक अपने माता-पिता के घर से सिर्फ 500 मीटर दूर रह रही थी। 11 साल पहले लापता हुई वह लड़की 11 साल से एक आदमी के साथ रह रही है, जिसे वह चाहती थी।
वह व्यक्ति रहमान बताया जा रहा है। सबकी नजरों से दूर रहते हुए, दोनों दिन के वक्त बाहर नहीं निकलते थे। रहमान अक्सर काम पर नहीं जाता था। खाना अपने कमरे में ही करता था। सारा दिन कमरे के अंदर ही रहता था। वह लड़की भी आसपास वालों के सो जाने के बाद, सिर्फ रात को निकल कर नहाती थी। यानी रात को ही वे बाहर निकला करते थे। 11 साल तक यही सब चलता रहा।
पलक्कड की दूसरी घटना उस 14 साल की बच्ची की है जिसे दो साल पहले अगवा किया गया था। और अब वह मिली है तो चार बच्चे की मां बन चुकी है। इस प्रकरण में भी 22 वर्षीय दोषी व्यक्ति फरार है और उसकी पहचान नहीं हो पाई है। 14 साल की वह लड़की इस 18 जून को तमिलनाडु के मदुरै शहर में मिली है। उसके पास उसका चार महीने का एक बच्चा भी था जो उस 22 साल के लड़के के साथ रह रही थी जो अभी फरार है। 16 साल की मां बनी उस लड़की और उसके बच्चे को केरल लाया गया है।
पुलिस ने बताया कि लड़की और उसके बच्चे को तो केरल ले आया गया है, लेकिन उसके साथ रह रहा आदमी फरार है। उसकी तलाश हो रही है। इस मामले में संदिग्ध के विरुद्ध 'प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस'(पॉक्सो) कानून की धाराओं के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है।
जानकारी के अनुसार, लड़की पलक्कड जिले में कोझिंम्पारा नामक स्थान की रहने वाली है। यह जगह केरल—तमिलनाडु सीमा से सटी है। लड़की के माता-पिता ने अपनी बेटी की गुमशुदगी की तब रपट लिखवाई थी, लेकिन बहुत ढूंढने के बाद भी वह तब ढूंढी नहीं जा सकी थी।
पता चला है कि 22 साल का वह लड़का, लड़की की मां के साथ किसी केटरिंग व्यवसाय में काम करता था। एक दिन मौका पाकर वह उस लड़की को तमिलनाडु ले गया और फिर दोनों साथ रहने लगे। यह 2019 की बात है।
संदिग्ध है फरार
इस मामले में जिला पलक्कड के आरक्षी उपाधीक्षक जॉन का कहना है कि लड़की मदुरै में जिस आदमी के घर पर मिली है, जो उसकी मां के साथ काम करता था। उस लड़के के रिश्तेदार उसके घर के पास ही रहते हैं। उन्होंने कहा कि उनको लगा लड़की के मां—बाप को पता था कि दोनों की शादी हो चुकी है। बहरहाल, लड़की जब पुलिस को मिली तब उसकी गोद में उसका चार महीने का बच्चा था। पुलिस ने बताया कि लड़की और उसके बच्चे को तो केरल ले आया गया है, लेकिन उसके साथ रह रहा आदमी फरार है। उसकी तलाश हो रही है। इस मामले में संदिग्ध के विरुद्ध 'प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस'(पॉक्सो) कानून की धाराओं के अंतर्गत केस दर्ज किया गया है। बताते हैं, आगे की जांच के लिए उक्त लड़की और बच्चे के डीएनए नमूने लिए जाएंगे।
केरल में इन दोनों मामलों को लेकर लोगों में हैरानी और आक्रोश है। किसी बच्ची को अगवा करके, सालों तक अपने पास रखना और छोटी उम्र में उसको मां बनने पर विवश करना, यह सब समाज के गले नहीं उतर रहा है। वे मांग कर रहे हैं कि अपराधी को जल्द से जल्द पकड़कर कड़ी सजा दी जाए। 'पॉक्सो' के अंतर्गत मामला दर्ज होने से इस दिशा में शायद तेजी से कार्रवाई होगी।
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