सुनील राय
मौलवी के साथ मारपीट की घटना का सच सामने आने के बाद भी राहुल गांधी ने राम भक्तों पर व्यंग्य करते हुए ट्वीट किया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जवाब में ट्वीट किया कि- राहुल गांधी को शर्म आनी चाहिए.
राहुल गांधी को यह समझने में और कितना समय लगेगा कि मुस्लिम युवक, मारपीट करके किसी मौलवी से ‘जय श्री राम’ का उद्घोष नहीं करायेंगे. गाज़ियाबाद के लोनी में मुस्लिम युवकों ने मौलवी अब्दुल समद के साथ मारपीट की थी. मौलवी, दुआ – ताबीज करके लोगों के साथ ठगी कर रहा था. इस घटना के बाद
राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि “ मैं ये मानने को तैयार नहीं हूँ कि श्रीराम के सच्चे भक्त ऐसा कर सकते हैं.ऐसी क्रूरता मानवता से कोसों दूर है और समाज व धर्म दोनों के लिए शर्मनाक है.” राहुल गांधी ने व्यंग्य करते हुए यह ट्वीट किया था.
उसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया कि “प्रभु श्री राम की पहली सीख है-"सत्य बोलना" जो आपने कभी जीवन में किया नहीं. शर्म आनी चाहिए कि पुलिस द्वारा सच्चाई बताने के बाद भी आप समाज में जहर फैलाने में लगे हैं. सत्ता के लालच में मानवता को शर्मसार कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश की जनता को अपमानित करना, उन्हें बदनाम करना छोड़ दें.”
उल्लेखनीय है कि मौलवी अब्दुल समद की ठगी के बारे में उसके ही मजहब के लोग जान चुके थे. उसके मज़हब के युवकों ने उसकी पिटाई की थी. मौलवी ने वास्तविक अभियुक्तों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के बजाय अज्ञात लोगों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई. पुलिस को झूठी कहानी बताया. मौलवी का यह झूठ बकायदे वीडियो बना कर वायरल किया गया जिसमे मौलवी कह रहा है कि उसे ‘जय श्री राम’ का उद्घोष करने के लिए जान से मारने की धमकी दी गई. मौलवी की मज़हबी कट्टरता हैरान करने वाली है. ज्ञात अभियुक्तों के विरुद्ध एफआईआर न लिखवाकर उसने एफआईआर अज्ञात लोगों के विरुद्ध दर्ज कराई थी. 5 जून की यह घटना अचानक से 9 दिन बाद वायरल होने लगी. पुलिस ने जब गहनता से जांच की तब पता लगा कि मारपीट करने वाले युवक मुसलमान हैं.
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